मंडी जिले के सरकाघाट से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी पवन ठाकुर ने आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के 2025 के राज्य बजट की प्रशंसा करते हुए इसे समावेशी विकास, ग्रामीण सशक्तिकरण और रोजगार सृजन की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम बताया।
आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, “बजट किसानों, युवाओं और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के कल्याण के लिए सरकार की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह लोगों को प्राथमिकता देने वाला बजट है, जो टिकाऊ कृषि, रोजगार और सरकारी कर्मचारियों और आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और पंचायत चौकीदारों जैसे ग्रामीण श्रमिकों को समर्थन को प्राथमिकता देता है।”
ठाकुर ने विशेष रूप से गेहूं, मक्का और हल्दी जैसी प्राकृतिक खेती की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की शुरुआत की सराहना की और इसे एक दूरदर्शी कदम बताया, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने दूध खरीद मूल्य में वृद्धि का भी स्वागत किया और इसे पशुपालन और पशुपालकों के लिए फायदेमंद बताया।
सरकार के रोजगार अभियान पर प्रकाश डालते हुए ठाकुर ने कहा कि पिछले दो वर्षों में 25,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां दी गईं तथा नए बजट में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार सृजन का वादा किया गया है।
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर की आलोचना की और कहा कि वे सार्थक बहस के बजाय “छोटे मुद्दों” पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हिमाचल के लोग स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि शासन के प्रति कौन गंभीर है।”
ठाकुर ने आगे कहा कि सुखू सरकार ने वित्तीय बाधाओं के बावजूद 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है, जिसका श्रेय प्रभावी वित्तीय प्रबंधन और मजबूत नेतृत्व को जाता है। उन्होंने बजट को आत्मनिर्भर और कल्याणकारी हिमाचल प्रदेश के लिए रोडमैप बताया।
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