March 22, 2025
Himachal

कृषि विभाग की बंगाणा सब्जी मंडी वर्षों से वीरान पड़ी है

The Bangana vegetable market of the Agriculture Department has been deserted for years

ऊना जिले के थानाकलां गांव में ऊना से हमीरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में निर्मित बंगाणा उपमंडलीय फल एवं सब्जी मंडी तब से बंद पड़ी है, जब से इसे ऊना कृषि विभाग की कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) को सौंप दिया गया था।

सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सात दुकानों वाले इस भवन का निर्माण पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 2017-2018 में किया गया था, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित विभिन्न वस्तुओं को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए ‘ग्रामीण हाट’ स्थापित करना था। स्थानीय विधायक वीरेंद्र कंवर उस समय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री थे।

महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार तक पहुंच प्रदान करने के लिए ‘ग्रामीण हाट’ के इरादे कभी साकार नहीं हुए और परिसर लगभग तीन वर्षों तक अप्रयुक्त रहा। 2020 में, इमारत को फल और सब्जी उप-बाजार के रूप में उपयोग करने के लिए ऊना जिला एपीएमसी को सौंप दिया गया था।

ऊना एपीएमसी के सचिव भूपिंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा भवन का अधिग्रहण करने के बाद, भवन तक उचित सड़क पहुंच प्रदान करने और सड़क और भवन परिसर के बीच नाले पर एक छोटा पुल बनाकर फुटपाथ बिछाने पर लगभग 35 लाख रुपये खर्च किए गए। उन्होंने बताया कि शुरुआत में एक या दो व्यापारियों (आढ़तियों) ने 3,500 रुपये के मासिक किराए पर एक-एक दुकान किराए पर ली थी, लेकिन वे इस व्यवसाय में असफल हो गए क्योंकि आस-पास के इलाकों में कृषि उपज अपर्याप्त थी।

भूपिंदर सिंह ने कहा कि पिछले चार सालों से बंगाणा फल एवं सब्जी उप मंडी की इमारत बेकार पड़ी है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने प्रत्येक दुकान के किराए के औचित्य प्रमाण पत्र (आरआरसी) को संशोधित कर लगभग 4,000 रुपये प्रति माह कर दिया है, जिसमें जीएसटी भी शामिल है और कोई भी व्यापारी इस राशि पर यहां दुकान किराए पर लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि एपीएमसी कृषि उपज बेचने के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए एपीएमसी उप मंडी में दुकानें किराए पर देने को भी तैयार है ताकि समिति को राजस्व मिल सके। हालांकि, उन्होंने कहा कि कोई भी लेने वाला नहीं है।

बंगाणा उपमंडल के मलंगर गांव के प्रगतिशील किसान विजय शर्मा ने बताया कि उनके परिवार समेत कई किसान बड़े पैमाने पर जमीन पर सब्जियां उगाते हैं, लेकिन उन्हें अपनी उपज को पास के हमीरपुर जिले के एपीएमसी में ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार बंगाणा फल और सब्जी उपमंडी को सक्रिय कर दे तो स्थानीय किसानों को बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि परिवहन व्यय में काफी कमी आएगी, जिससे कृषि आय में वृद्धि होगी।

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