भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत 10 जनवरी को हिसार जिले के बरवाला और नारनौंद उप-मंडलीय कस्बों में न्यायिक न्यायालयों का उद्घाटन करेंगे मुख्य न्यायाधीश दोनों स्थानों पर नए न्यायिक न्यायालय परिसरों की आधारशिला भी रखेंगे। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार-जनरल ने हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस कार्यक्रम को राज्य स्तरीय समारोह घोषित किया जाए।
पत्र में कहा गया है कि इस आयोजन की गरिमा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा सभी आवश्यक और उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के निर्देशों के अनुसार, पत्र में कहा गया है कि कार्यक्रम से संबंधित सभी तैयारियों की जानकारी उच्च न्यायालय के साथ साझा की जानी चाहिए।
बरवाला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश सिंह सैनी ने बरवाला और नारनौंद उपमंडलों में नई अदालतें शुरू करने के फैसले का स्वागत किया और भारत के मुख्य न्यायाधीश, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और जिला न्यायपालिका के प्रति आभार व्यक्त किया।
अधिवक्ता नवीन राजली ने बताया कि बरवाला बार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मुलाकात कर बरवाला में अधिवक्ताओं के चैंबरों की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि बरवाला में न्यायिक कार्य अस्थायी रूप से एसडीएम कार्यालय से संचालित होगा। उन्होंने बताया कि अदालतों के स्थानांतरण के बाद लगभग 200 अधिवक्ताओं ने बरवाला में काम करना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी अधिवक्ताओं के बैठने या चैंबरों की कोई स्थायी या अस्थायी व्यवस्था नहीं है, जिससे अधिवक्ताओं के साथ-साथ मुवक्किलों को भी असुविधा हो रही है।
हिसार बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप बूरा ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश हिसार में प्रस्तावित 316 अधिवक्ता कक्षों के निर्माण के लिए आधारशिला भी रखेंगे।
गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश नरनौंद उपमंडल के पेटवार गांव के मूल निवासी हैं और देश के सर्वोच्च न्यायिक पद तक पहुंचे हैं। उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और बाद में हिसार के सरकारी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की।


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