कांगड़ा के सालकोह गांव के किसान सिंचाई जल की कमी का सामना कर रहे हैं, हालांकि विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित 4.76 करोड़ रुपये की चेक डैम परियोजना दो वर्ष पहले पूरी हो गई थी।
श्रीराम गरेली खाद जल उपभोक्ता समूह (जल उपयोगकर्ता समिति) भदवार-1 योजना के तहत शुरू की गई परियोजना का उद्देश्य 200 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई करना और 360 किसानों को लाभ पहुंचाना था, लेकिन निराश ग्रामीणों का कहना है कि उनके खेतों तक पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंची है।
13 लाख लीटर पानी की भंडारण क्षमता वाली छह पानी की टंकियां और पाइपलाइनें बनाई गईं, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि परीक्षण के लिए केवल एक बार ही टंकियां भरी गईं और तब से सूखी पड़ी हैं।
स्थानीय निवासी करम सिंह कहते हैं, ‘मैंने परियोजना के लिए ज़मीन दान की थी, लेकिन न तो मुआवज़ा मिला और न ही पानी।’ बागवानी विभाग के अधिकारी सुरेंद्र राणा कहते हैं कि जुलाई 2024 में बांध को जल उपयोगकर्ता समिति को सौंप दिया गया था, जो अब इसके लिए ज़िम्मेदार है।
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