कोलकाता, 7 फरवरी । चुनाव आयोग की पूरी टीम मार्च के पहले सप्ताह में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जारी तैयारियों का जायजा लेने पश्चिम बंगाल पहुंचेगी। बता दें कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के आतंरिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राज्य में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करना है। सूत्रों के अनुसार, आयोग के संपूर्ण पीठ के सदस्य इस दौरे के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद मौजूदा स्थिति का जायजा लेंगे।
हालांकि, अभी तक आयोग की ओर से बंगाल दौरे की तारीख निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन संभावना है कि यह दौरा मार्च के पहले सप्ताह में हो सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा बच्चों का शोषण किए जाने पर आयोग ब्रीफिंग भी करेगा।
वहीं, सीईओ कार्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बाल श्रम (निषेध और विनियमन) संशोधन अधिनियम, 2016 के तहत ऐसे सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती हैै, जो बच्चोंं का चनाव प्रचार में शोषण करते हैं।
साथ ही, उन्होंने कहा, पूर्ण पीठ से यह भी उम्मीद की जाती है कि वह राज्य में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग का जायजा लेगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक ही पद पर तीन साल पूरा करने वाला कोई भी अधिकारी पद पर बना न रहे।