भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने आज राज्य सरकार पर नाहन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण को जानबूझकर रोकने का आरोप लगाया। बिंदल ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि सरकार विकास परियोजनाओं को पूरा करने के बजाय उन्हें “बंद” कर रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए 261 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे, जिसके तहत प्रस्तावित 300 बिस्तरों वाले अस्पताल की 11 मंज़िला इमारतों में से सात मंज़िला इमारत का निर्माण पहले ही हो चुका है। हालाँकि, पिछले तीन वर्षों से निर्माण कार्य रुका हुआ था और अब कांग्रेस सरकार ने अस्पताल का काम पूरी तरह से रोक दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हालाँकि मातृ एवं शिशु अस्पताल के लिए 21 करोड़ रुपये और नर्सिंग कॉलेज के लिए 70 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे, लेकिन दोनों परियोजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है, जिससे धन के दुरुपयोग की आशंका बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज को नई जगह पर स्थानांतरित करने का फैसला “दुर्भाग्यपूर्ण” है और सरकार से सवाल किया कि वन मंज़ूरी, बिजली, पानी, सड़क मार्ग और निविदाओं को अमल में लाने में कितना समय लगेगा। उन्होंने आगे कहा कि इस सुविधा को स्थानांतरित करने में अब 1,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा खर्च होंगे, जबकि मौजूदा जगह पर ज़मीन, पार्किंग और कर्मचारियों के लिए आवास उपलब्ध हैं।
बिंदल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के तीन साल के शासन में राज्य में “विकास की बजाय तालाबंदी” देखने को मिली। उन्होंने आगे कहा कि काला अंब उप-तहसील और पाँच पटवार मंडल सिर्फ़ इसलिए भंग कर दिए गए क्योंकि पिछली भाजपा सरकार ने इन्हें खोल दिया था, जिससे ग्रामीणों को बुनियादी कामों के लिए भी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
बिंदल ने सरकार पर अवैध खनन की अनदेखी करने और तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी), एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और कई औषधालयों सहित प्रमुख स्वास्थ्य एवं पशु चिकित्सा केंद्रों को बंद करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि नाहन विधानसभा क्षेत्र में पाँच स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं।


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