वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने गुरुवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अगर आंदोलन संयम और शांति के साथ हो तो मुझे नहीं लगता कि सरकार को कुछ आपत्ति होगी।
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 के विरोध पर डिंपल यादव ने कहा, “अगर आंदोलन संयम के साथ और शांतिपूर्वक हो तो मैं नहीं समझती हूं कि सरकार को ऑब्जेक्शन होना चाहिए, क्योंकि यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। मैं समझती हूं कि कहीं न कहीं अधिकांश लोग (उत्तर प्रदेश) सरकार के रवैये से आहत महसूस कर रहे हैं। सरकार एफआईआर लिखने और प्रताड़ित करने का काम कर रही है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सरकार इस तरह के निर्णय ले रही है।”
26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण पर डिंपल यादव ने कहा, “अच्छी बात है कि उसे लाया गया। अब कड़ी कार्रवाई होगी। लेकिन आरोपी को लाने में इतने साल क्यों लगे? इस सरकार का 11वां साल चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर कहीं न कहीं यह एक बड़ा प्रश्नचिह्न उठने वाली बात है। अब हमें पूरा भरोसा है कि कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
भाजपा विधायक संगीत सोम द्वारा रामगोपाल यादव को दौड़ा कर पीटने वाले बयान पर डिंपल यादव ने कहा, “यह दर्शाता है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग नहीं चाहते कि देश संविधान के हिसाब से चले। वे मनमाने ढंग से देश चलाना चाहते हैं। यह उनके शब्दकोश में ही है कि पीटेंगे, मारेंगे, बुलडोजर चलाएंगे, लोगों को प्रताड़ित करेंगे।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा अखिलेश यादव पर की गई टिप्पणी पर डिंपल यादव ने कहा, “अगर किसी भी पार्टी का नेता जो एक संवैधानिक पद पर है और फिर इस तरह की टिप्पणी करता है, तो यह उसकी पार्टी की सोच और मानसिकता को दर्शाता है। दिखाता है कि उसका क्या चरित्र है। ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी करना बहुत ही निंदनीय है। उन्हें अगली बार सोच-समझकर बात रखनी चाहिए।”
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