मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर शिमला के कमला नेहरू अस्पताल में राज्य स्तरीय गहन पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। राज्य भर में 5,793 पोलियो बूथों पर पांच वर्ष तक की आयु के लगभग छह लाख बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाई जाएंगी। अभियान के सुचारू संचालन के लिए कुल 11,706 टीकाकरण टीमों को तैनात किया गया है। 22-23 दिसंबर को टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, जिसके दौरान छूटे हुए बच्चों, प्रवासी परिवारों और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को कवर करने के लिए घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा। सभी आवश्यक टीके, कोल्ड-चेन उपकरण और अन्य सामान सभी जिलों को पहले ही उपलब्ध करा दिए गए हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रही है। उन्होंने घोषणा की कि चामियाना स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशलिटीज में एक उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह केंद्र बच्चों को विश्व स्तरीय उपचार सुविधाएं प्रदान करेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि अस्पतालों में 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष ओपीडी परामर्श स्लॉट शुरू किए जाएंगे ताकि उन्हें इंतजार न करना पड़े और उन्हें समय पर और सुविधाजनक उपचार मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी और आधुनिक अवसंरचना का विकास किया जा रहा है। चिकित्सा सेवाओं में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग में सभी रिक्त पदों को चरणबद्ध तरीके से भरा जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक तकनीक को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने बताया, “चामियाना और टांडा में रोबोटिक सर्जरी शुरू की जा चुकी है और मेडिकल कॉलेजों और सिविल अस्पतालों से पुरानी मशीनों को बदला जा रहा है। सरकार एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स-रे मशीनें लगाने पर लगभग 3,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को दिल्ली के एम्स की तर्ज पर उन्नत किया जा रहा है और मरीजों को बेहतर देखभाल प्रदान करने के लिए उन्नत सुविधाओं से लैस आधुनिक ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने पल्स पोलियो अभियान के सफल आयोजन के लिए डॉक्टरों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, पंचायती राज संस्थाओं, स्कूल शिक्षकों और जिला प्रशासन की सराहना की।


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