जम्मू और कश्मीर के राजौरी जिले के बडाल इलाके में 17 लोगों की रहस्यमयी मौत का मामला अब विधानसभा तक पहुंच गया है। बुद्धल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 17 लोगों की संदिग्ध मौत का मुद्दा उठाया। उन्होंने इसके पीछे आतंकी साजिश का शक जाहिर किया।
विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “सरकार ने राजौरी मामले में डिटेल के साथ जवाब दिया है। लैब की रिपोर्ट में बताया गया है कि 17 लोगों की मौत का कारण अलग-अलग है। पीजीएमआई ने बताया कि एल्यूमीनियम और कैडमियम डिटेक्ट किया है। मैं चाहता था कि इस मामले में सरकार की तरफ से फाइनल जवाब दिया जाए और मुझे मंत्री की तरफ से आश्वासन भी दिया गया है।”
विधायक जावेद इकबाल ने कहा, “कोई भी व्यक्ति जहर खाकर खुशी से नहीं मर सकता और यह देखते हुए कि इन 17 लोगों के घर 2-3 किलोमीटर की दूरी पर हैं, पानी के स्रोत अलग-अलग हैं। मुझे संदेह है कि यह माहौल को अस्थिर करने, शांति को बाधित करने और कश्मीर से जम्मू पर ध्यान केंद्रित करने की एक बड़ी साजिश हो सकती है।”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में राजौरी में कई परिवारों के 17 सदस्यों की रहस्यमयी बीमारी से मौत हो गई थी। इस मामले की जांच के दौरान अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र में एक झरने को सील कर दिया था। झरने (बावली) से लिए गए पानी में ‘कुछ कीटनाशकों’ की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी।
2024 के दिसंबर से राजौरी में यह बीमारी बड़े पैमाने पर लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। सात दिसंबर को पहली बार इस बीमारी की चपेट में आने से एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 12 दिसंबर 2024 को इस बीमारी की चपेट में आए तीन बच्चों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 12 जनवरी को एक परिवार में 10 लोग बीमार पड़ गए थे।