नई दिल्ली, 24 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर थम गया है। दूसरे चरण के तहत देश के 12 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत देश के 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान हुआ था और पहले चरण के मतदान के समाप्त होने के अगले ही दिन से देश में बहुत ही तेजी से चुनावी मुद्दे बदलते भी नजर आए।
पहले चरण के मतदान के बाद विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं तीखा हमला बोलते हुए नजर आए। कांग्रेस के घोषणापत्र का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को राजस्थान की चुनावी रैली में आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और उन लोगों को बांट सकती है, जिनके अधिक बच्चे हैं।
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान की भी याद दिलाई थी, जिसमें सिंह ने यह कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लगातार इस मुद्दे को उठाते हुए यह आरोप लगाते नजर आए कि कांग्रेस अगर सत्ता में आई तो महिलाओं से मंगलसूत्र भी छीन लेगी।
इसके साथ ही भाजपा ने राहुल गांधी पर देश को भाषा एवं प्रांत के आधार पर लड़ाने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत भी की और बुधवार आते-आते कांग्रेस के थिंक टैंक सैम पित्रोदा ने भाजपा को एक बड़ा मुद्दा थमा दिया।
प्रधानमंत्री मोदी अब देश में एससी, एसटी एवं ओबीसी समुदाय का आरक्षण बचाने के लिए देश के मतदाताओं से 400 से अधिक सीटों पर जीत दिलाने की अपील कर रहे हैं।
भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं से लेकर उम्मीदवार और कार्यकर्ता तक देश की एकता-अखंडता और महिलाओं के मंगलसूत्र एवं लोगों की संपत्ति बचाने के लिए भारी बहुमत के साथ लोकसभा चुनाव जिताने की अपील कर रहे हैं।
पीएम मोदी सीधे गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए वोटरों को यह बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार, जो उनके पिता के भी सलाहकार रहे हैं, ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए। अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत टैक्स लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी, बल्कि कांग्रेस सरकार का पंजा उसे भी आपसे छीन लेगा। यानि कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह देश के बहुसंख्यक समुदाय को सचेत करते हुए कह रहे हैं कि धन पुनर्वितरण और विरासत टैक्स पर सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति उजागर हो गई है। इससे कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब हो गई है और उसका मकसद साफ और स्पष्ट नजर आ गया है कि कांग्रेस बहुसंख्यकों की संपत्ति को जब्त कर इसे अल्पसंख्यकों के बीच वितरित करने का इरादा रखती है।
अमित शाह एक कदम और आगे जाकर देश की जनता से सैम पित्रोदा के बयान को गंभीरता से लेने और इसके खिलाफ अपनी आवाज मुखर करने तक की अपील कर रहे हैं।