November 24, 2024
National

17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा : प्रल्हाद जोशी

नई दिल्ली, 12 जनवरी । केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने वर्तमान लोकसभा के आखिरी सत्र को लेकर आधिकारिक रूप से जानकारी देते हुए यह बताया है कि सत्रहवीं लोकसभा का आखिरी सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा।

उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा और 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी।

जोशी ने संसद के आगामी सत्र की तारीखों और एजेंडे को लेकर आधिकारिक तौर पर जानकारी देते हुए शुक्रवार को अंतरिम बजट सत्र 2024 के हैशटैग के साथ एक्स पर पोस्ट कर बताया, “सत्रहवीं लोकसभा का आखिरी सत्र 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा। संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण से सत्र शुरू होगा। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी।”

आपको बता दें कि, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट सत्र की शुरुआत, 31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। राष्ट्रपति दोनों सदनों-लोक सभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। 31 जनवरी को ही सरकार संसद में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश करेगी।

बजट सत्र के दूसरे दिन, 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट होगा और इसके बाद सरकार को जनादेश लेने के लिए लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरना है, इसलिए, यह बताया जा रहा है कि इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार महिलाओं, किसानों, युवाओं और देश के गरीबों के लिए कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा कर सकती है अथवा पहले से चलाई जा रही योजनाओं की राशि में बढ़ोतरी का भी ऐलान कर सकती है।

बताया जा रहा है कि सरकार किसानों को दी जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि को बढ़ाने की घोषणा सहित कई बड़े ऐलान भी अंतरिम बजट में कर सकती है।

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के इस अंतिम बजट, जिसे अंतरिम केंद्रीय बजट कहा जाएगा, में सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार उनकी प्रिय चार जातियों, गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं, पर खास फोकस करेगी। इस अंतरिम बजट को ‘ज्ञान’ अर्थात जी.वाई.ए.एन. फॉर्मूला के तहत तैयार किया जा रहा है। भाजपा के लिए इस ‘ज्ञान’ यानी जी.वाई.ए.एन.फॉर्मूले का अर्थ है – गरीब, युवा, अन्नदाता (किसान ) और नारी ( महिला)।

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