आज चंबा जिले में टीकाकरण समिति के जिला कार्य बल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश रेपासवाल ने कहा कि सभी विभागों को समन्वय में काम करना चाहिए ताकि 21 दिसंबर को चंबा जिले में चलाए जा रहे पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कोई भी पात्र बच्चा छूट न जाए।
उपायुक्त ने कहा कि यद्यपि राज्य समेत पूरे देश में पोलियो पर नियंत्रण पा लिया गया है, फिर भी निरंतर प्रयासों के माध्यम से इस सुरक्षा कवच को बनाए रखना आवश्यक है। अभियान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) गतिविधियों को मजबूत करने, अंतर-विभागीय समन्वय और सक्रिय जनभागीदारी पर जोर दिया गया।
रेपासवाल ने शिक्षण संस्थानों, पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं को अभियान की अधिकतम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रचार प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया। टुनु हट्टी, लाहरू और समोट सहित प्रमुख पारगमन बिंदुओं पर पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की बूँदें पिलाने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए, विशेष रूप से बाहरी क्षेत्रों से आने वाले बच्चों को लक्षित करते हुए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जलम भारद्वाज ने सभी विभागों से अभियान को सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने पोलियो जैसी अपंगता पैदा करने वाली बीमारी से बच्चों की सुरक्षा में इस अभियान के महत्व पर प्रकाश डाला और 21 दिसंबर के लिए कार्य योजना की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जिले में पोलियो की बूँदें पिलाने के लिए 542 बूथ स्थापित किए जाएंगे।
बैठक में बूथ स्तर की व्यवस्था, मोबाइल टीमों की तैनाती, पर्यवेक्षण, रसद प्रबंधन और दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों तक पहुँचने की रणनीतियों पर भी चर्चा हुई। यह निर्णय लिया गया कि चंबा जिले में पल्स पोलियो अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नियमित समीक्षा की जाएगी। उच्च विद्यालय शिक्षा के उप निदेशक विकास महाजन, जिला आयुष अधिकारी डॉ. प्रदीप शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. करण हितेशी, डॉ. कविता महाजन, डॉ. वैभवी, जिला पंचायत अधिकारी तिलक राज और ओएसडी (शिक्षा) उमाकांत आनंद बैठक में उपस्थित थे।

