झारखंड पुलिस सेवा के नौ सीनियर डीएसपी को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) रैंक में प्रोन्नति देने के प्रस्ताव को यूपीएससी की स्वीकृति मिल गई है। राज्य सरकार के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जल्द ही प्रोन्नति संबंधी आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जिन अधिकारियों को प्रोन्नति मिली है, उनमें श्रीराम समद, रोशन गुड़िया, अविनाश कुमार, राजेश कुमार, मजरूल होदा और दीपक कुमार-एक शामिल हैं। इनके अलावा, जेपीएससी सेकेंड बैच के राधाकृष्ण किशोर, मुकेश महतो और सुवेंदु को सशर्त प्रोन्नति दी गई है, क्योंकि जेपीएससी सेकेंड परीक्षा को लेकर जिन अफसरों पर सीबीआई जांच चल रही है, उनमें इन तीनों अधिकारियों के भी नाम हैं।
राज्य सरकार ने प्रोन्नति से भरे जाने वाले आइपीएस संवर्ग के नौ रिक्त पदों के लिए यूपीएससी के पास कुल 17 सीनियर डीएसपी के नामों की अनुशंसा की थी। यूपीएससी ने इन सभी के प्रोफाइल पर विचार के बाद नौ नामों पर सहमति दी। फिलहाल झारखंड में 2012 से 2021 बैच तक के एसपी रैंक के कुल 71 आईपीएस अधिकारी पदस्थापित हैं, जिनमें से 10 अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। अब नौ डीएसपी के आईपीएस रैंक में शामिल होने के बाद यह संख्या बढ़कर 80 हो जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य पुलिस सेवा में व्यापक स्तर पर पदोन्नति और संरचनात्मक बदलाव की तैयारी भी चल रही है। जानकारी के अनुसार, कुल 16 आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न रैंकों पर प्रोन्नति देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसमें एडीजी, आईजी, डीआईजी और एसपी से सेलेक्शन ग्रेड तक की पदोन्नतियां शामिल हैं। इन पदोन्नतियों के बाद राज्य पुलिस की वरिष्ठ कमान और प्रशासनिक ढांचा और मजबूत होने की उम्मीद है।
नई प्रोन्नतियां राज्य की कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक होंगी, क्योंकि कई महत्वपूर्ण जिलों और पदों पर पदस्थापना के लिए अनुभवी अधिकारियों की उपलब्धता बढ़ेगी। गृह विभाग जल्द ही नए रैंक के अनुसार पदस्थापना सूची भी जारी करेगा।


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