नई दिल्ली, 16 अक्टूबर चुनाव आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। इसके बाद इन दोनों राज्य में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने दोनों राज्यों में पार्टी की जीत का दावा किया है। उन्होंने बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के समय एक व्यक्ति की हत्या के मामले पर भी अपना पक्ष रखा।
प्रदीप भंडारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव यह स्पष्ट कर देंगे कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस पार्टी की झूठी राजनीति को कैसे उजागर किया है। वहां की जनता ने राहुल गांधी को यह संदेश दिया कि वह नफरत और देश विरोधी राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी। ठीक उसी तरह, महाराष्ट्र और झारखंड की जनता भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित हो रहे एनडीए मॉडल को चुनने का निर्णय लेगी। महाराष्ट्र में एक प्रो-इंकम्बेंसी वोट देखने को मिलेगा, जिससे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को समर्थन मिलेगा। हमने “लाडकी-बहिन योजना” के तहत दो करोड़ से अधिक महिलाओं के जीवन में सुधार किया है। इसके साथ ही, हमने बुनियादी ढांचे में भी सबसे अधिक निवेश किया है, जिससे महाराष्ट्र का विकास हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा, “झारखंड की जनता हेमंत सोरेन जी की तुष्टीकरण की राजनीति से त्रस्त हो चुकी है। इसी कारण, झारखंड का आदिवासी और वनवासी समाज भारतीय जनता पार्टी की सरकार को चुनने के लिए तत्पर है। वे हेमंत सोरेन की “एंटी-ट्राइबल” सरकार को हटाने के लिए दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ रहे हैं।”
उत्तर प्रदेश के बहराइच की घटना पर भाजपा नेता ने कहा, “बहराइच में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही परिवार से मिल चुके हैं। यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यदि किसी प्रकार की आधिकारिक लापरवाही हुई है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी, इस मुद्दे पर राजनीति करने का प्रयास कर रही है। याद करें मुजफ्फरनगर के दंगों को, जब उत्तर प्रदेश को कई दिनों तक जलने दिया गया। उस समय सुप्रीम कोर्ट ने भी यह कहा था कि अखिलेश यादव की सरकार इसके लिए जिम्मेदार थी। लेकिन आज स्थिति अलग है। अब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मार्गदर्शन में कार्य कर रही है।”
उन्होंने कहा, “योगी आदित्यनाथ की सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई है। मैं सभी विपक्षी नेताओं से निवेदन करना चाहता हूं कि जब दंगाइयों पर कार्रवाई हो, तो उनकी जाति या धर्म को ध्यान में न रखें और न ही उस पर राजनीति करें। कार्रवाई होगी, और यह कार्रवाई सख्त होगी।”