लखनऊ, 1 अगस्त । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान अनुपूरक बजट को लेकर सदन को संबोधित करते हुए कई बातों का जिक्र किया।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के संकल्प को पूरा करने और प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 12 हजार 209 करोड़ 93 लाख रुपए का अनुपूरक बजट लाया गया है। फरवरी माह में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पारित मूल बजट की 44 फीसदी धनराशि जारी हो चुकी है और 20 फीसदी खर्च भी हुए हैं। अब वित्तीय वर्ष 2024-25 के मूल बजट का आकार 7.50 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। यह 2015-16 के बजट के आकार से दोगुना है। यूपी की बढ़ती आवश्यकताओं के अनुरूप प्रदेश के बजट का दायरा बढ़ाया गया है।
सीएम योगी ने बताया कि 11 विभागों के माध्यम से 196 योजनाओं के लिए 70,000 करोड़ रुपए का डीबीटी के जरिए हस्तांतरण हुआ है, जो गरीब जनता के खातों में सीधे ट्रांसफर हुआ है। हमें विरासत में जैसा यूपी मिला था और जैसा यूपी आज है, वो सबके सामने है। हमने अटल जी की पंक्तियों से प्रेरणा प्राप्त की है कि ‘मनुष्य को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़े, एक स्वप्न टूटे, तो दूसरा गढ़े’… फरवरी में मूल बजट पारित करके अप्रैल में वित्तीय वर्ष शुरू होते ही हमने उसका उपयोग करना शुरू कर दिया। 2024-25 का मूल बजट 7 लाख 36 हजार 437 करोड़ 71 लाख रुपए का था।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष शुरू होते ही आम चुनाव का वक्त आ गया। इसके बावजूद विभिन्न विभागों के लिए बजट की औसतन 44 फीसदी धनराशि रिलीज हुई है और 20 फीसदी से अधिक खर्च भी हुआ है। हमने बिना भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए सरकार की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया है। हमारा कैपिटल एक्सपेंडिचर इस बात को दर्शाता है कि बजट का पैसा बड़े निर्माण में लग रहा है। ये अनुपूरक बजट यूपी में निवेश बढ़ाने वाला है। आज उत्तर प्रदेश की जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय दोगुने से ज्यादा बढ़ी है। यूपी एक सही दिशा में बढ़ रहा है, जो नए मद बनाए गए हैं, उसके लिए इस नए अनुपूरक बजट की आवश्यकता पड़ी।
सीएम योगी ने बताया कि चार नए विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर हैं। मुरादाबाद में गुरु जंभेश्वर के नाम पर विश्वविद्यालय बनाने जा रहे हैं। सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। देवीपाटन मंडल में निजी या सरकारी स्तर पर विश्वविद्यालय नहीं था, वहां मां पाटेश्वरी के नाम पर विवि बनाने जा रहे हैं। मीरजापुर मंडल में भी विश्वविद्यालय नहीं था। वहां मां विंध्यवासिनी और कुशीनगर में महात्मा बुद्ध के नाम पर कृषि विश्वविद्यालय के निर्माण को हमारी सरकार ने आगे बढ़ाने का कार्य किया है। हमारी सरकार ने लखनऊ में मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाया है। यह प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज को संबद्ध कर कार्यों को बढा़ रही है। गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण हो चुका है।
उन्होंने बताया कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर मेरठ में प्रदेश के पहला खेल विश्वविद्यालय का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। कई बार भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले महान खिलाड़ी केडी सिंह बाबू के सम्मान में भी सरकार खड़ी है। केडी सिंह बाबू के बाराबंकी स्थित आवास को लेकर कुछ विवाद था। अदालत ने उनके पैतृक आवास को नीलाम करने का आदेश दिया, लेकिन प्रदेश सरकार ने कहा कि जिन्होंने देश के लिए योगदान दिया है, वर्तमान पीढ़ी कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए उनकी स्मृतियों को बचाए रख सके। सरकार धनराशि देकर उनके आवास व प्रॉपर्टी को बचाते हुए संग्रहालय बनाएगी। यहां हॉकी के लिए किए गए उनके योगदान से भावी पीढ़ी भी अवगत होगी।
सीएम योगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्टेडियम के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था अनुपूरक बजट में की है। अटल आवासीय विद्यालय के जरिए बीओसी बोर्ड से जुड़े पंजीकृत श्रमिकों व निराश्रित बच्चों के लिए व्यवस्था की गई है। 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय हैं। 57 नए जनपदों में सीएम अभ्युदय विद्यालय के रूप में मॉडल विद्यालय बनाने जा रहे हैं। इसके लिए धनराशि की व्यवस्था की गई है। पहले चरण में जनपद, दूसरे चरण में विधानसभा, तीसरे चरण में विकास खंड व कमिश्नरी स्तर पर इसे लेकर जाएंगे तो शिक्षा क्षेत्र की चिंता दूर होगी। अटल आवासीय विद्यालयों के शेष कार्य बढ़ाने के लिए भी अनुपूरक बजट में धनराशि की व्यवस्था की गई है।
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