May 13, 2025
Punjab

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का भी गुरुधामों की सेवा पर स्पष्ट प्रभाव पड़ा है।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब धार्मिक गतिविधियों पर भी दिखने लगा है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों – बाल लीला साहिब, गुरुद्वारा तंबू साहिब और अन्य स्थानों पर की जाने वाली कार सेवा फिलहाल रोक दी गई है।

बताया जा रहा है कि यह फैसला बाबा मेहल सिंह के भारत लौटने के बाद लिया गया है। वह कार सेवा के लिए पाकिस्तान गए थे, लेकिन हाल ही में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा लिए गए कुछ कड़े फैसलों के कारण उन्हें अपनी सेवा अधूरी छोड़नी पड़ी।

बाबा महल सिंह शुक्रवार को अटारी सीमा के रास्ते भारत लौट आए। अटारी पहुंचने पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “पहलगाम में जो कुछ हुआ वह बेहद निंदनीय है।”

“ऐसे माहौल में पाकिस्तान में सेवा जारी रखना कठिन था।” उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति को देखते हुए उन्होंने केंद्र के फैसले का सम्मान करते हुए वापस लौटने का फैसला किया है।

इस घटना से न केवल दोनों देशों के धार्मिक श्रद्धालु प्रभावित हुए हैं, बल्कि इन ऐतिहासिक गुरुद्वारों में किए जा रहे सेवा कार्यों को भी बड़ा झटका लगा है। श्रद्धालुओं में निराशा का माहौल है, क्योंकि यह सेवा कई वर्षों के बाद शुरू की गई थी और दोनों देशों में इसे लेकर काफी उत्साह था।

पाकिस्तान में गुरुद्वारों की देखभाल और सेवा से जुड़े संगठनों को उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही सुधर जाएगी और कार सेवा फिर से शुरू हो सकेगी। इसके साथ ही, एक बार फिर सीमा पार धार्मिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर सवाल उठने लगे हैं।

इस स्थिति को लेकर भारत और पाकिस्तान सरकारों के बीच कोई आधिकारिक संवाद नहीं हुआ है, लेकिन धार्मिक संगठनों ने अपील की है कि कम से कम धार्मिक स्थलों से जुड़ी गतिविधियों को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।

Leave feedback about this

  • Service