संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष फिलेमोन यांग 4 फरवरी से 8 फरवरी तक भारत के दौरे पर रहेंगे। वह भारत सरकार के निमंत्रण पर यहां आ रहे हैं। उनकी भारत यात्रा से उम्मीद है कि यह संयुक्त राष्ट्र और भारत के बीच सहयोग को मजबूत करेगी और गंभीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।
यांग की यात्रा का उद्देश्य भारत और अन्य देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करना और अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा और ‘भविष्य के लिए समझौते (पैक्ट फॉर द फ्यूचर )’ जैसे वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना है।
यांग का नई दिल्ली और बेंगलुरु का दौरा करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान, यांग उच्च स्तर की चर्चा में हिस्सा लेंगे, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार मुलाकात और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठकें शामिल होंगी।
उनके कार्यक्रम में भारत में यूएन कंट्री टीम के साथ बातचीत भी शामिल है, जिसकी अगुवाई यूएन रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शोम्बी शार्प कर रहे हैं।
राजनयिक व्यस्तताओं के अलावा, राष्ट्रपति यांग उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा करेंगे।
बेंगलुरु में वे इंफोसिस परिसर और भारतीय विज्ञान संस्थान जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ-साथ दोनों शहरों के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा करेंगे।
भारत यात्रा से पहले राष्ट्रपति यांग ने 31 जनवरी से 4 फरवरी तक जापान का आधिकारिक दौरा किया। टोक्यो में उन्होंने जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा, विदेश मंत्री ताकेशी इवाया और जेआईसीए के अध्यक्ष अकिहिको तनाका से मुलाकात की। उन्होंने हिरोशिमा परमाणु बमबारी के पीड़ितों को समर्पित समाधि स्थल पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
कैमरून गणराज्य में जन्मे फिलेमोन यांग पहले देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। जून 2024 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में चुना गया। उनका कार्यकाल सितंबर 2024 से शुरू होकर सितंबर 2025 तक रहेगा।
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