मुक्तसर जिला गंभीर जल गुणवत्ता संकट का सामना कर रहा है। आपको बता दें कि इसका कारण यह है कि चालू वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान जांचे गए पानी के लगभग 65 प्रतिशत नमूने पीने योग्यता परीक्षण में विफल हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार मुक्तसर जिले में विभिन्न स्थानों से कुल 51 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें से केवल 18 ही मानव उपभोग के लिए उपयुक्त पाए गए। शेष 33 नमूने जीवाणु संदूषण या अन्य अशुद्धियों के कारण पीने योग्य नहीं पाए गए।
इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ. हरकीरत ने बताया कि हमने श्री मुक्तसर साहिब जिले में विभिन्न स्थानों से पानी के विभिन्न नमूने एकत्र किए थे। ये नमूने जनवरी, फरवरी, मार्च तीन महीनों के दौरान भरे गए, 51 नमूने भरे गए।
जब प्रयोगशाला परीक्षण किए गए तो 33 नमूने असफल रहे और केवल 18 नमूने पास हुए। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर यदि आवश्यक हो तो हम उस स्थान का सैंपल कोरोनाट करके पुनः भर देते हैं और जहां हमें पानी का स्रोत बदलने की आवश्यकता होती है, वहां स्रोत बदलने के आदेश भी जारी कर दिए जाते हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर आप कहीं से भी पानी पी रहे हैं तो उसकी जांच अवश्य करवाएं तथा उबले हुए पानी का अधिक प्रयोग करें ताकि बीमारियों से बचा जा सके।
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