कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाया है। उन्होंने आयोग को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि चूंकि पूरी दुनिया हमारी चुनावी प्रक्रिया पर नजर रखे है, इसलिए कांग्रेस चाहती है कि ईसीआई निष्पक्ष होकर काम करे।
प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उन आरोपों को भी सही ठहराया है, जिनमें उन्होंने चुनाव आयोग पर वोट चोरी करने का आरोप लगाया है।
गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा, “गरीब, अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया एसआईआर के माध्यम से हो रही है। आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों की वैधता को नजरअंदाज किया जा रहा है।”
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “चुनाव आयोग द्वारा मांगे जा रहे दस्तावेज जमा करना कई लोगों के लिए असंभव है। चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर काम कर रहा है, जिससे उसकी निष्पक्षता और वर्षों से बनी प्रतिष्ठा खत्म हो रही है।”
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि वे भी आयोग से निष्पक्षता की मांग करते हैं, क्योंकि पूरी दुनिया इस प्रक्रिया को देख रही है। इसीलिए, आयोग को निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए।
राहुल गांधी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा के बीच हुई बयानबाजी पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “मुख्यमंत्री की हालत आज यह हो गई है कि उन्हें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को खुश करने के लिए रोज मक्खन लगाना पड़ता है। वह अपनी आत्मा बेचकर भाजपा को खुश करने में लगे हैं, जिसे देखकर काफी शर्म आती है। वे राहुल गांधी को देशभक्ति सिखा रहे हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि इस परिवार के सदस्यों ने देश के लिए कुर्बानी दी है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पीएम पद ठुकराया।”
तिवारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि कभी किसी ने सोचा नहीं था कि विपक्षी दलों के नेताओं पर फर्जी मुकदमे करने वाली सरकार आएगी।