स्वास्थ्य विभाग और गैर सरकारी संगठन मेरा युवा भारत ने शुक्रवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर धर्मशाला में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न होने वाले स्वास्थ्य, सामाजिक और विकासात्मक मुद्दों के प्रति जागरूक करना था।
सीएमओ डॉ. राजेश गुलेरी ने भारत के युवाओं की ऊर्जा का दोहन करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “अगर युवाओं को उचित दिशा, शिक्षा और कौशल प्रदान किया जाए, तो इस बढ़ती आबादी को जनसांख्यिकीय लाभांश में बदला जा सकता है।”
उन्होंने बेहतर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य परिणामों के लिए समय पर विवाह और बच्चों के बीच पर्याप्त अंतराल के महत्व पर बल दिया।
इसी तरह की राय व्यक्त करते हुए, क्षेत्रीय अस्पताल, धर्मशाला की वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराधा शर्मा ने कहा, “जनसंख्या वृद्धि को राष्ट्रीय विकास के एक अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार में रणनीतिक निवेश युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान देने का अवसर प्रदान करेगा।”
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सूद ने जनसंख्या नियंत्रण की तात्कालिकता पर ज़ोर देते हुए इसे “जीवन की गुणवत्ता से जुड़ी एक सामाजिक ज़िम्मेदारी” बताया। उन्होंने युवाओं से जनसंख्या प्रबंधन में बदलाव के सक्रिय वाहक बनने का आग्रह किया। छात्रों में रचनात्मक और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए पोस्टर मेकिंग और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।