शिमला, 4 जून ठियोग से कांग्रेस विधायक कुलदीप राठौर ने आज कहा कि ऊपरी शिमला क्षेत्र में लगी भीषण जंगल की आग में कई सेब के पेड़ जल गए हैं। उन्होंने यहां मीडिया से कहा, “एक जगह जंगल की आग ने 400 पेड़ों वाले पूरे सेब के बगीचे को तबाह कर दिया। आग में कई बागवानों के सेब के पेड़ जल गए हैं। इसे प्राकृतिक आपदा की तरह देखा जाना चाहिए और सरकार को प्रभावित लोगों को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।”
राठौर ने आगे कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को स्थिति से अवगत कराया है और उनसे वन विभाग को जंगल की आग पर काबू पाने के लिए गंभीर प्रयास करने के निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। राठौर ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में कई स्थानों पर जल स्रोत सूख गए हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे क्षेत्रों में पानी के टैंकर चलाए जाने चाहिए।
मतगणना की पूर्व संध्या पर राठौड़ ने एग्जिट पोल की सत्यता पर भी सवाल उठाते हुए दावा किया कि ये विसंगतियों से भरे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे अभियान के दौरान भाजपा समर्थकों में उत्साह गायब था, क्योंकि पार्टी ने रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों को नहीं छुआ तथा पूरे अभियान के दौरान विभाजनकारी मुद्दों पर ही जोर देती रही।
एग्जिट पोल की सत्यता पर सवाल उठाते हुए राठौड़ ने कहा कि इन पोल को दिखाने वाले चैनलों को यह बताना चाहिए कि ये पोल कब और कहां कराए गए, कितने लोगों से साक्षात्कार लिए गए तथा अन्य विवरण भी बताने चाहिए।
यह दोहराते हुए कि वास्तविक परिणाम कांग्रेस के पक्ष में होंगे, राठौर ने कहा कि पार्टी ने लोकतंत्र और देश के संविधान को बचाने के लिए चुनाव लड़ा था।
इसे प्राकृतिक आपदा मानें एक जगह जंगल में लगी आग में 400 पेड़ों वाला पूरा सेब का बाग़ जलकर खाक हो गया। आग की वजह से कई बाग़वानों के सेब के पेड़ नष्ट हो गए हैं। इसे प्राकृतिक आपदा की तरह ही देखा जाना चाहिए। – कुलदीप राठौर, कांग्रेस विधायक