बिहार की राजधानी में प्रस्तावित महागठबंधन की दूसरी बैठक को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस बैठक को लेकर गठबंधन सहयोगियों, खासकर राजद और कांग्रेस पर जुबानी हमला बोला।
नीरज कुमार ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि यह महागठबंधन का आंतरिक मामला है, लेकिन अब गठबंधन में गांठ ही गांठ है। यह केवल एक राजनीतिक कवायद बन कर रह गई है। पहले लालू प्रसाद यादव के दरबार में बैठकें होती थीं, अब तेजस्वी यादव कांग्रेस के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं।
साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में आरजेडी के खराब प्रदर्शन को लेकर सवाल उठाते हुए नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी का स्ट्राइक रेट माले से भी खराब रहा। ऐसे में कोई उन्हें नेता मानने को तैयार नहीं है। ऊपर से तेजस्वी यादव चार्जशीटेड हैं, सीबीआई और ईडी के मामलों में फंसे हुए हैं। जब नेतृत्व में वैकेंसी ही नहीं है, तो ये कवायद किस बात की हो रही है?
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने पटना में मरीन ड्राइव बनाया, विकास का काम किया। लेकिन, कांग्रेस और राजद के नेता अब भी दिल्ली और मुंबई दरबार में घूम रहे हैं। बेहतर होगा कि महागठबंधन के नेता दिल्ली वालों को एक बार पटना का नीतीश मॉडल दिखा दें। उन्होंने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव अस्वस्थ होने के कारण आईसीयू में हैं और इसी के साथ तेजस्वी यादव की राजनीति भी अब आईसीयू में पहुंच गई है।
नीरज कुमार ने वक्फ संशोधन कानून 2025 को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही बयानबाजी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यह कानून संसद से पास हो चुका है और अब सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। सॉलिसिटर जनरल ने एक सप्ताह का समय मांगा है। ऐसे में टीएमसी और आरजेडी जैसे दलों का बयान देना न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाना है।
उन्होंने आगे कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए समाज में उन्माद और सनसनी फैलाना उचित नहीं है। जनता का जो न्यायपालिका पर विश्वास है, उसे इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से कमजोर नहीं करना चाहिए।
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