N1Live Uttar Pradesh प्रभु राम के दर्शन मात्र से ही जीवन में बहुत परिवर्तन होता है : महंत विष्णु दास
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प्रभु राम के दर्शन मात्र से ही जीवन में बहुत परिवर्तन होता है : महंत विष्णु दास

There is a lot of change in life just by seeing Lord Rama: Mahant Vishnu Das

अयोध्‍या, 8 जून। उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में एक बार फिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम हो रहा है। इस पर महंत विष्णु दास ने गुरुवार को कहा कि राम के दर्शन मात्र से ही जीवन में बहुत परिवर्तन होता है। आज रामदरबार की प्राण प्रतिष्‍ठा है। हम सभी साधु संतों की लालसा थी कि हमारे राम राजा कब बनेंगे। बहुत दिनों तक उन्‍होंने वनवास झेला है।

उन्‍होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ को माध्‍यम बनाकर हमारे रामलला राजा बन रहे हैं। आज तीन भाई, माता सीता और सेवक हनुमान जी के साथ भगवान राम पूरे परिवार संग विराजमान हो रहे हैं, यही तो रामराज है। अयोध्‍या धाम में राम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्‍ठा का आयोजन हो रहा है, यह पूरे देश के लिए है। इस दौरान सभी को खुश होना चाहिए। पहले मंदिर में राम बालक के रूप में आए थे और आज राजा बन रहे हैं। राम दरबार की प्राण प्रतिष्‍ठा के बाद इस प्रांगण का स्वरूप बदल जाएगा। उन्‍होंने कहा कि ‘दुनिया न चले श्रीराम के बिना और राम न चले हनुमान के बिना।’

महंत विष्णु दास ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद रामलाल का मंदिर बना है, जो भी दर्शन करने के लिए आते हैं, उनका मन तृप्त हो जाता है और एक अद्भुत प्रेरणा एक अद्भुत उत्साह वह अपने साथ लेकर जाते हैं।

वहीं, अयोध्‍या में श्रीराम के दर्शन के लिए बिहार के बेगूसराय से आए श्रद्धालु ने कहा कि दो-तीन दिन से हम अयोध्‍या धाम में हैं। बहुत अच्‍छा लग रहा है। रामलला के दर्शन के बाद अद्भुत एहसास हो रहा है।

दिल्‍ली से दर्शन करने के लिए आए महेश गोयल ने बताया कि वह महीने में एक बार जरूर अयोध्‍या धाम आते हैं, इससे मन को शांति मिलती है। लोगों को एक बार रामलला के दर्शन के लिए अवश्‍य आना चाहिए।

वहीं, पूनम गोयल ने कहा कि इस मंदिर के दर्शन के बाद ऐसा लग रहा है कि हमें यहीं बस जाना चाहिए। पिछले तीन दिन से हम यहीं पर ठहरे हुए हैं। एक अन्‍य श्रद्धालु महेश पांडे ने बताया कि अद्भुत नजारा है, दर्शन करने के बाद बहुत अच्‍छा लगा। आज प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भी होना है, उसके लिए मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है, फूलों से आने वाली खुशबू पूरे मंदिर परिसर में बिखरी हुई है।

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