पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने आज कहा कि पिछले दो वर्षों में नशा माफिया काफी सक्रिय हो गया है तथा इससे सख्ती से निपटना होगा। धर्मशाला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता ने कहा कि सोशल मीडिया ‘रैंगटा हिमाचल’ की खबरों से भरा पड़ा है, जिससे राज्य की छवि खराब हो रही है।
उन्होंने कहा कि तस्करों ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में युवाओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जो पहले नशीली दवाओं के खतरे से सुरक्षित थे। कांग्रेस सरकार से कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए ठाकुर ने कहा कि पहले नशे का कारोबार सीमावर्ती क्षेत्रों तक ही सीमित था, लेकिन आजकल यह बुराई राज्य के आंतरिक क्षेत्रों में कई गुना फैल गई है।
उन्होंने कहा कि जब वह सत्ता में थे, तो उनकी सरकार ने मादक पदार्थ तस्करों का पर्दाफाश करने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ संयुक्त अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने इस संबंध में कई कदम उठाए थे, जिनमें एक अधिनियम बनाना और आसानी से पैसा बनाने वालों पर निगरानी रखना शामिल था।
ठाकुर ने कहा कि पिछले दो हफ़्तों में नशे की ओवरडोज़ की वजह से चार लड़के अपनी युवावस्था में ही मर गए। उन्होंने दावा किया कि पिछले दो सालों में 100 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को जोड़ने के लिए बनाए गए कौशल विकास कोष को सरकार द्वारा डायवर्ट किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को अपना उद्यम शुरू करने में मदद करने के लिए उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई कई योजनाओं को कांग्रेस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।