January 28, 2025
National

पद्म पुरस्कारों को किसी जाति या धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं : नसीम खान

There is no need to link Padma awards to any caste or religion: Naseem Khan

कांग्रेस नेता नसीम खान ने रविवार को पद्म पुरस्कारों की घोषणा, दिल्ली विधानसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि पद्म पुरस्कारों को किसी जाति या धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस नेता नसीम खान ने कहा, “पद्म पुरस्कारों को किसी जाति या धर्म से जोड़ने की जरूरत नहीं है। पद्म पुरस्कारों की एक गरिमा होनी चाहिए। सरकार से हमेशा यही अपेक्षा रहती है कि ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाना चाहिए, जिनको सम्मान मिलने से देश के सभी वर्ग के लोगों को एक प्रेरणा मिले। हालांकि, ऐसे लोगों को सम्मानित किया जा रहा है, जिनके ऊपर चार्जशीट, कई मुकदमें दर्ज हैं। पिछले 10 सालों से ये पुरस्कार ऐसे लोगों को दिए जा रहे हैं, जिससे इस पुरस्कार की गरिमा कम हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “भारतीय जनता पार्टी तो हमेशा से यही करती आई है। वह माहौल बनाती है और बातों को फैलाने का काम करती है। इसी मुद्दे को लेकर वह राजनीति कर रही है। सरकार का निर्णय देशहित में होना चाहिए। मेरा मानना है कि अगर इस तरह का पुरस्कार दिया जाता है तो उस पुरस्कार की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।”

नसीम खान ने गांधी परिवार का जिक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अगर एक भ्रष्टाचारी शख्स दूसरे को भ्रष्टाचारी कहे तो सुनने में कैसा लगेगा? जहां तक राहुल गांधी और गांधी परिवार की बात है तो देश में उनकी एक गरिमा रही है। देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में कांग्रेस पार्टी का अहम योगदान रहा है। सोनिया गांधी ने तो प्रधानमंत्री पद तक ठुकरा दिया था। यही नहीं, राहुल गांधी ने देश के हर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरकर पैदल यात्रा तक की थी। केजरीवाल से ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि एक जमाने में अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे का मुखौटा लगाकर कांग्रेस को बदनाम करने का काम किया था। आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों की मिलीभगत है। भाजपा खुद यही चाहती है कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार बने।”

उन्होंने सैफ अली खान मामले पर कहा, “गिरफ्तार आरोपी के पिता ने भी खुद इस बात का जिक्र किया है कि जो सीसीटीवी में व्यक्ति दिखाई दे रहा है और जिस आरोपी को पकड़ा गया है, उन दोनों में कोई समानता नहीं है। अब यह कहा जा रहा है कि सीआईडी की रिपोर्ट में फिंगरप्रिंट मैच नहीं हो रहा है। अगर ऐसा है तो यह बहुत ही गंभीर मामला है। हमारी मांग है कि सरकार इसकी गहनता से जांच करे और जो असली आरोपी है, उसे गिरफ्तार किया जाए।”

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