July 4, 2024
National

लोकसभा में नीट पर हो सार्थक बहस, 24 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल : कांग्रेस

लखनऊ, 29 जून । लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक और एनडीए सरकार के बीच नीट विवाद को लेकर तीखी नोकझोंक हुई। इस पर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के लोग सदन की मर्यादा का पालन नहीं कर रहे हैं।

लोकसभा में नीट मुद्दे पर चर्चा के लिए सभी विधायी गतिविधियों को स्थगित करने की कांग्रेस की मांग के कारण सदन में हंगामा हुआ, जिसके चलते स्पीकर ओम बिरला को कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि भाजपा के लोग सदन की मर्यादा का पालन नहीं कर रहे हैं। अगर राहुल गांधी नीट पर सरकार के सहयोग की बात करते हैं तो क्या ये अराजकता है, क्या उनका माइक बंद किया जाना चाहिए। 24 लाख बच्चों के भविष्य की बात है। करोड़ों परिवार उनके साथ जुड़े हैं।

उन्होंने कहा कि क्या ये सरकार नकल, कोचिंग और शिक्षा माफिया को बचाना चाहती है। क्या संसद में नीट का मुद्दा उठाना गलत है। छात्रों की आवाज उठाना क्या गलत है। राहुल गांधी का कहना है कि सभी इस मुद्दों पर सार्थक बहस हो और पक्ष-विपक्ष एक साथ बच्चों के साथ दिखाई दे। अगर ये अराजकता है तो राहुल गांधी इस तरह की अराजकता बार-बार करेंगे।

सुरेंद्र राजपूत ने कहा, सत्ता पक्ष को समझना चाहिए कि अराजकता क्या होती है। अराजकता माइक बंद करना है। अराजकता अभिमान से बात करना है और प्रतिपक्ष को सम्मान न देना है। अराजकता नीट के बच्चों के साथ खिलवाड़ करना है। पीएम मोदी ने दो करोड़ नौकरी देने की बात की थी। 15 लाख अकाउंट में देने की बात कही थी, लेकिन नहीं मिला।

भाजपा सांसद डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी की ओर से नेहरू के मुकाबले मोदी अतुलनीय पीएम बताए जाने पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि सुधांशु जी पीएम मोदी की चाटुकारिता नहीं करेंगे तो किसकी करेंगे। वो मोदी जी की कृपा पर हैं, यही लोकतंत्र का दुर्भाग्य है। अगर आप ऐसी बातें करते हैं तो योग्यता के दम पर नहीं, चाटुकारिता से राज्यसभा की सीट पाते हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, नेहरू जी ने देश को स्वावलंबी बनाया। उन्होंने आईआईटी की स्थापना की। इसरो की स्थापना की। तमाम पीएसयू बनाए। किस बात की तुलना कर रहे हैं। नेहरू ने देश के संसाधन बनाए और पीएम मोदी ने इसे बेचा।

ओपी राजभर का वीडियो सामने आने के बाद सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर जेल में डालना चाहिए। अगर नहीं करते हैं तो ये माना जाएगा कि सरकार भी इसमें शामिल है।

दरअसल नीट पेपर लीक मामले में सुभासपा विधायक बेदी राम का नाम सामने आने के बाद सियासी हलचल तेज है। बेदी राम के पेपर लीक कबूलनामे का वीडियो सामने आने के बाद ओपी राजभर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें राजभर लोगों से कह रहे हैं कि अगर कोई कॉल लेटर आ जाता है तो बेदी राम से संपर्क कर लेना। वे नौकरी दिलाने में माहिर हैं, वो जुगाड़ बना देंगे।

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