रायबरेली, 4 अक्टूबर । यूपी के अमेठी में दलित परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या की वारदात से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। इस वारदात को लेकर अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
सांसद किशोरी लाल शर्मा ने कहा, “मैं लगातार मृतक के परिजनों के संपर्क में हूं और उनकी समस्याओं को समझ रहा हूं। यह घटना एक गंभीर अपराध है और इसमें रायबरेली पुलिस की बड़ी लापरवाही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यदि समय रहते कार्रवाई की गई होती, तो शायद यह दुखद घटना न होती।
किशोरी लाल ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि समाज में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखा जा सके। उन्होंने कहा, “हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसे मामलों में तुरंत और सख्त कदम उठाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है, जिसे होना नहीं चाहिए था। दो मासूम बच्चों और उनके माता-पिता की हत्या कर दी गई है। मैंने अभी मृतक के पिता से भी बात की है, जिन्होंने कुछ संदेह व्यक्त किया है। पुलिस को इस मामले में संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। अगर ऐसा होता रहा, तो फिर आम आदमी भी सुरक्षित नहीं रह पाएगा। बदमाशों में जब पुलिस या शासन का भय नहीं होगा, तो इस तरह के अपराध होते रहेंगे। इस पर गंभीर कार्रवाई होनी चाहिए, तस्वीरें देखकर मेरा हृदय विचलित हो गया है।
उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला जांच का विषय है। यदि इस राज्य में दलित सुरक्षित नहीं हैं, तो सरकार को सोचना चाहिए कि यह स्थिति किस दिशा में जा रही है। ऐसे मामलों पर ध्यान देना जरूरी है। हमारी टीम वहां गई है, और मैंने मृतक के पिता से भी बात की। पोस्टमार्टम के लिए शव भेज दिए गए हैं। मृतक रायबरेली के रहने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षक सुनील की पत्नी ने 18 अगस्त को रायबरेली में एक शख्स के खिलाफ अश्लीलता और मारपीट का मामला दर्ज कराया था। लेकिन, इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। सुनील के पिता का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते उचित कार्रवाई करती, तो शायद इस दुखद घटना को टाला जा सकता था।
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