वक्फ विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) सोमवार को सुबह 11 बजे बैठक करेगी, जिसमें प्रस्तावित विधेयक पर हर क्लॉज पर चर्चा होगी।
जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने सोमवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की। कहा, “आज वक्फ बोर्ड की बैठक है, जिसमें सरकार द्वारा किए गए क्लॉज-बाय-क्लॉज संशोधनों पर चर्चा होगी। जेपीसी के गठन का प्रस्ताव शामिल किया गया था और पिछले छह महीनों में जेपीसी ने सभी हितधारकों और राज्यों के साथ बातचीत की है। अब सांसदों द्वारा प्रस्तावित संशोधनों पर चर्चा होगी, चाहे वे पक्ष में हों या विपक्ष में, चर्चा होगी। सहमति बनेगी तो क्लॉज क्लियर होगा, नहीं तो वोटिंग होगी।”
उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों ने अपने विचार साझा किए थे। इस पर जेपीसी विचार कर रही है। जेपीसी की जो रिपोर्ट सही समय पर जमा की जाएगी, इसमें देरी नहीं होगी।
जेपीसी की पिछली बैठक में हंगामा हुआ था, जिसके बाद 10 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर निष्पक्ष चर्चा कराए जाने की मांग की थी।
पिछली बैठक में हंगामे के बाद कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा था, “संसदीय परंपराओं का पालन नहीं किया जा रहा और यह विधेयक पूरी तरह से समय के खिलाफ है। यह वक्फ की संपत्तियों को हड़पने की एक साजिश प्रतीत हो रही है और इसके माध्यम से देश में नफरत फैलाने की योजना बनाई जा रही है। हमने स्पीकर साहब से सवाल किया कि इतनी जल्दबाजी क्यों है, जबकि इस विधेयक को सत्र के आखिरी दिन, यानी 4 अप्रैल तक रखा जा सकता था। उन्हें यह आशंका है कि इस तरह की जल्दबाजी से सभी पक्षों को अपनी बात रखने का उचित समय नहीं मिलेगा।”
उल्लेखनीय है कि जेपीसी की पिछली बैठक में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक के दौरान हंगामे के बाद 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित सांसदों में कल्याण बनर्जी, मोहम्मद जावेद, ए. राजा, असदुद्दीन ओवैसी, नासिर हुसैन, मोहिबुल्लाह नदवी, एम. अब्दुल्ला, अरविंद सावंत, नदीमुल हक और इमरान मसूद शामिल थे।
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