जहां आज के युवा अपनी शादियों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं, वहीं मोगा जिले के मेहरो गांव के एक युवक ने दुल्हन और अपने परिवार के पांच सदस्यों को शादी में ले जाकर नई मिसाल कायम की है और इसके बाद उसने अपनी मां की याद में एक नेत्र शिविर भी लगाया।
मोगा जिले के मेहरौन गांव में सादगीपूर्ण शादी का अनूठा उदाहरण सामने आया है। बारात सुबह लड़की के घर पहुंची और उसके बाद पूजा पाठ हुआ, जबकि सुबह 10 बजे दूल्हा दुल्हन से शादी कर अपने घर लौट गया। इस शादी की चर्चा हर जगह हो रही है। इस अवसर पर बोलते हुए नाडा कमलजीत सिंह ने कहा कि आजकल लोग शादियों पर बहुत अधिक पैसा खर्च करते हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पहले से ही संत शैली में विवाह करने की योजना बनाई हुई थी, इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी माता की याद में गांव और गुरुद्वारा साहिब में नेत्र शिविर भी लगाया।
इस अवसर पर कमलप्रीत सिंह के पिता लखबीर सिंह ने कहा कि दोनों परिवार चाहते थे कि विवाह सादगीपूर्ण और गुरु मर्यादा के अनुसार हो। बच्चों ने भी इस पर सहमति जताई और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की उपस्थिति में सुबह-सुबह यह कार्य पूरा हो गया।
इस अवसर पर हलके के विधायक अमनदीप कौर अरोड़ा और दविंजीत सिंह ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया तथा सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुए विवाह की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि आज लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, फिर भी वे दिखावा करके लाखों के कर्ज का बोझ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें महंगी दिखावेबाजी से बचकर सादगीपूर्ण शादियां करनी चाहिए।
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