कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने शनिवार को भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि भाजपा ने जिस तरह से बिहार के लोगों को गाली दी है, उसका जवाब इन्हें आगामी चुनाव में मिलेगा। ये लोग सिर्फ भावनाओं को ठेस पहुंचाना जानते हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जिस कर्पूरी ठाकुर को केंद्र सरकार की ओर से भारत रत्न देकर सम्मानित किया, उसी कर्पूरी ठाकुर के लिए भाजपा के लोगों ने अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया। इस संबंध में जब इनसे सवाल करें, तो ये लोग चुप्पी साध लेते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी समाज के हर वर्ग के लोगों से हाथ मिलाते हैं। उनको स्वीकार करते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं। राहुल गांधी समाज के हर लोगों को यह एहसास दिलाते हैं कि वो कितने मूल्यवान हैं। लेकिन, अफसोस, ऐसी प्रवृत्ति भाजपा के नेताओं में देखने को नहीं मिलती है।
उन्होंने कहा कि बिहार बंद के दौरान भाजपा के जिन नेताओं ने बिहार के लोगों को गाली दी थी, आगामी बिहार चुनाव में प्रदेश की जनता भाजपा के ऐसे नेताओं को माकूल जवाब देगी। आगामी दिनों में भाजपा के लोगों को बिहार की जनता का तिरस्कार करने की कीमत चुकानी होगी।
साथ ही, उन्होंने जम्मू-कश्मीर की कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी, क्योंकि घाटी में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी अगर किसी की है, तो वह केंद्र सरकार की है। हम चाहते हैं कि घाटी में हर विवाद का समाधान संवाद के जरिए करने की कोशिश की जाए।
इसके अलावा, सुल्तानपुर में फिलिस्तीन का झंडा फहराए जाने को लेकर कहा कि इससे किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि आज की तारीख में हर शख्स फिलिस्तीन के पक्ष में है। वो फिलिस्तीन के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद कर रहा है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं। सभी पार्टी के नेता इस देश का समर्थन कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में अगर किसी सम्मेलन या जुलूस में फिलिस्तीन का झंडा उस देश के समर्थन के रूप में लहराने की कोशिश की जा रही है, तो इससे किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। फिलिस्तीन का समर्थन करना कोई गुनाह नहीं है।
उन्होंने केरल कांग्रेस की ओर से बिहार को बीड़ी से जोड़े जाने पर कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है। केरल की कांग्रेस इकाई की ओर से सिर्फ यह बताने की कोशिश की गई कि एक तरफ जहां केंद्र सरकार ने सभी नशीली पदार्थों पर जीएसटी की दरें ऊंची कर दी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ बीड़ी पर लगी जीएसटी की दरें कम कर दी हैं। ऐसा करके क्या केंद्र सरकार बिहार के लोगों को कैंसर से ग्रस्त करना चाहती है?
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