नई दिल्ली, 2 नवंबर। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड का नया अध्यक्ष बोलिनेनी राजगोपाल नायडू को नियुक्त किया गया है। उन्होंने नई जिम्मेदारी संभालने के बाद एक बयान में कहा कि तिरुपति मंदिर में अब सिर्फ हिंदू ही काम करेंगे। उनके इस बयान को आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सही ठहराया है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “तिरुपति बालाजी हमारी आस्था का केंद्र, आधार और विषय है। मैं यही कहूंगा कि तिरुपति में उन लोगों को नहीं जाना चाहिए, जिनकी आस्था भगवान में नहीं है। जिस तरह से मस्जिद में कोई शराबी काम नहीं कर सकता या फिर वहां नहीं जा सकता, इसी तरह तिरुपति बालाजी या अन्य किसी ऐसे भी स्थान पर उन लोगों को नहीं जाना चाहिए, जो गोमांस या बीफ खाते हों, यह फैसला ठीक है।”
उन्होंने बोलिनेनी राजगोपाल नायडू के बयान को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि मैं सनातन धर्म से होने के नाते बोलिनेनी राजगोपाल नायडू के इस फैसले की सराहना करता हूं। यह एक स्वागत योग्य कदम है।
तेलुगू समाचार चैनल टीवी5 के मालिक बी.आर. नायडू टीटीडी बोर्ड के 54वें अध्यक्ष होंगे। वह भुमना करुणाकर रेड्डी की जगह अध्यक्ष बनाए गए हैं।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन तिरुपति विधायक करुणाकर रेड्डी ने अगस्त 2023 में टीटीडी के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। इससे पहले वे 2006 से 2008 तक इस पद पर रहे थे।
आंध्र प्रदेश में टीडीपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने टीटीडी बोर्ड में 24 सदस्यों की नियुक्ति की है। बोर्ड में तीन पड़ोसी राज्यों से 10 लोगों को शामिल किया गया है। इनमें पांच सदस्य तेलंगाना से, तीन कर्नाटक से और दो तमिलनाडु से हैं। गुजरात से अदित देसाई को भी सदस्य नियुक्त किया गया है।
आंध्र प्रदेश से तीन विधायकों को टीटीडी बोर्ड का सदस्य बनाया गया है। इनमें ज्योतुला नेहरू, वेमिरेड्डी प्रशांत रेड्डी और एम.एस. राजू शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व मंत्री पन्नाबाका लक्ष्मी और भारत बायोटेक की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला का नाम भी सदस्यों की लिस्ट में है।
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