September 16, 2024
Himachal

पालमपुर नगर निगम के तीन अधिकारियों पर अनधिकृत निर्माण की अनुमति देने का आरोप

पालमपुर, 8 जून पालमपुर नगर निगम के तीन अधिकारियों – नगर आयुक्त, योजना अधिकारी और कनिष्ठ अभियंता – को राज्य सतर्कता भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दोषी ठहराया है। उन्हें अवैध और अनाधिकृत निर्माण की अनुमति देने, नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में वाणिज्यिक और आवासीय परिसरों की साइट योजनाओं के अनुमोदन में अनियमितताएं करने और नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग द्वारा निर्धारित नियमों का घोर उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है।

2023 में अनियमितताएं पाईं वर्ष 2023 में एसपी, राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हिमाचल विधानसभा की पीएसी की सिफारिशों पर पालमपुर एमसी के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। पीएसी ने पालमपुर नगर निगम के अभिलेखों का निरीक्षण किया था और भवनों के स्थल मानचित्रों के अनुमोदन में अनेक अनियमितताओं का पता लगाया था, जिससे शहर में अनाधिकृत अवैध निर्माण को बढ़ावा मिला।

एकत्रित जानकारी से पता चला कि वर्ष 2023 में हिमाचल विधानसभा की लोक लेखा समिति की सिफारिशों पर पुलिस अधीक्षक राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसवी एवं एसीबी), धर्मशाला ने पालमपुर नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। पालमपुर के दौरे के दौरान पीएसी ने पालमपुर नगर निगम के अभिलेखों का निरीक्षण किया और इमारतों की साइट योजनाओं के अनुमोदन में कई अनियमितताओं का पता लगाया, जिससे शहर में अनधिकृत अवैध निर्माण को बढ़ावा मिला।

बाद में, संयुक्त सचिव, विधानसभा (शिमला) ने राज्य सतर्कता भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एनजेड) धर्मशाला को एक पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए।

बाद में एसवी और एसीबी के अधिकारियों ने नगर निगम कार्यालय का दौरा किया और शहर में भवनों के निर्माण के लिए दी गई मंजूरी से संबंधित रिकॉर्ड जब्त कर लिए। जांच के दौरान, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्रथम दृष्टया तत्कालीन नगर आयुक्त सहित नगर निगम के तीन अधिकारियों को अवैध मंजूरी देने का दोषी पाया। एसवी और एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने पहले ही निदेशक नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग, शिमला को एक पत्र लिखकर दोषी पाए गए तीन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है।

नगर निगम आयुक्त आशीष शर्मा कहते हैं, “नगर निगम के जूनियर इंजीनियर और फील्ड स्टाफ अवैध निर्माण की नियमित जांच करते हैं। नगर निगम ने टीसीपी नियमों के उल्लंघन के संबंध में कई मामलों में पहले ही नोटिस जारी कर दिए हैं।”

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