भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और अन्य सशस्त्र बलों के सम्मान में गुरुवार को सिरसा में तिरंगा यात्रा (तिरंगा रैली) का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देशभक्ति का संदेश फैलाना और देश के सैनिकों के प्रति सम्मान दिखाना था।
रैली नेहरू पार्क से शुरू होकर शहीद भगत सिंह चौक पर समाप्त हुई। भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें हिस्सा लिया और राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए भारत माता की जय जैसे नारे लगाए। रैली के दौरान देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि सशस्त्र बलों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए पूरे राज्य में ऐसी रैलियां आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने और आतंकवाद सहित किसी भी तरह के हमले का दृढ़ता से जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। बराला ने कहा कि भारत ने न केवल सैन्य कार्रवाई के माध्यम से बल्कि कूटनीतिक और आर्थिक उपायों के माध्यम से भी अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सैन्य प्रतिक्रिया ने पाकिस्तान को कुछ ही घंटों में पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि रैली का उद्देश्य देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों की बहादुरी का सम्मान करना है।
पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने भी कार्यक्रम में बोलते हुए सैन्य अभियानों में महिला अधिकारियों के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाएं सभी क्षेत्रों में खुद को बराबर साबित कर रही हैं और कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और आतंकवाद दोनों को कड़ा संदेश दिया है।
राजनीतिक नेताओं के अलावा कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी रैली का समर्थन किया।
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