1993 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक तिवारी ने 31 मई को अतुल वर्मा की सेवानिवृत्ति के बाद हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में अतिरिक्त प्रभार संभाला। वर्तमान में सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजीपी के रूप में कार्यरत तिवारी दिसंबर 2029 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
अपने संबोधन में तिवारी ने पुलिस बल को राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप ढालने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने नशे की समस्या के खिलाफ़ एक तीव्र अभियान की घोषणा की, जिसका उद्देश्य हिमाचल को नशा मुक्त राज्य बनाना है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों से ईमानदारी, समर्पण और टीम भावना के साथ काम करने का आग्रह किया।
तिवारी ने हिमाचल प्रदेश पुलिस की छवि को अनुशासित और सेवा-उन्मुख बल के रूप में बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने नागरिकों के विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पुलिसिंग में मानवीय और विनम्र दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया। तिवारी इससे पहले हिमाचल रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HRTC) के प्रबंध निदेशक सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
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