पालमपुर, 1 मई पैराग्लाइडिंग के साहसिक खेल का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक बिलिंग पहुंच रहे हैं। सैकड़ों पैराग्लाइडरों को बीर-बिलिंग के आसमान में पर्यटकों के साथ एक साथ उड़ान भरते हुए पैराग्लाइडिंग का आनंद लेते देखा जा सकता है। पर्यटन विभाग ने किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए कई सुरक्षा उपाय किए हैं और पायलटों को जोखिम न लेने और खराब मौसम में उड़ान भरने से बचने का निर्देश दिया है।
बीर-बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (बीपीए) के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने द ट्रिब्यून को बताया कि बीपीए से जुड़े पायलटों को पर्यटन विभाग और विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एसएडीए) द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है। शर्मा ने कहा, उन्हें विशेष रूप से ऊंची पहाड़ियों की ओर न जाने, बेहतर थर्मल स्थिति होने पर ही उड़ान भरने और टेंडेम उड़ान के दौरान सावधान रहने के लिए कहा गया था।
बीर-बिलिंग में अधिकांश होटल और होमस्टे पूरी क्षमता से चल रहे हैं क्योंकि पिछले छह महीनों में यह पहली बार है कि पर्यटक इतनी बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में आए हैं।
बीर-बिलिंग दुनिया के शीर्ष 10 पैराग्लाइडिंग स्थलों में से एक है। यह आरामदायक गांव, इको-पर्यटन, ध्यान और आध्यात्मिकता का एक प्रसिद्ध केंद्र है, जो बड़े शहरों और अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की हलचल से अलग है।
सामूहिक रूप से बीर-बिलिंग के रूप में जाना जाता है, इसने 2023 में पैराग्लाइडिंग विश्व कप की मेजबानी की। बीर को अब ‘भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी’ के रूप में जाना जाता है और यह तेजी से दुनिया भर के पैराग्लाइडिंग उत्साही और साहसिक खेल प्रेमियों के लिए मक्का बन रहा है।
लॉन्चिंग साइट बिलिंग घास के मैदान में है, जो बीर से लगभग 14 किमी उत्तर में है। टेक-ऑफ पॉइंट समुद्र तल से 8,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और शानदार उड़ान प्रदान करता है। लैंडिंग स्थल बीर के दक्षिणी किनारे पर है और समुद्र तल से लगभग 4,500 फीट की ऊंचाई पर है।