मंडी जिले के पधर में पांच दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला कल जीवंत समारोह और गहरे सांस्कृतिक उत्साह के साथ संपन्न हुआ। मेले का समापन समारोहपूर्वक झलेब (स्थानीय देवताओं का एक पारंपरिक जुलूस) और मुख्य मैदान में मेले के झंडे को उतारने के साथ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और क्षेत्र की सदियों पुरानी आध्यात्मिक परंपराओं की गूंज सुनाई दी।
मंडी के अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) रोहित राठौर ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। समापन समारोह में शामिल होने से पहले उन्होंने दलाह में जल शक्ति विश्राम गृह में स्थानीय देवताओं की पूजा-अर्चना की और बाद में रंगारंग जलेब में भाग लिया, जिसने क्षेत्र की आध्यात्मिक धड़कन को दर्शाया।
सभा को संबोधित करते हुए एडीसी राठौर ने लोगों को शुभकामनाएं दीं और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करने के लिए मेले की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस तरह के स्थानीय त्यौहार हमारी परंपराओं में जान फूंकते हैं और सामुदायिक बंधन को मजबूत करते हैं। ये सिर्फ कार्यक्रम नहीं हैं; ये हमारी साझा विरासत का प्रतिबिंब हैं।”
मेले के व्यापक सामाजिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए राठौर ने कहा कि सामुदायिक भागीदारी और देवताओं के आगमन से प्राचीन देव संस्कृति को बल मिला है, जो हिमाचल प्रदेश की भावना को परिभाषित करती है।
समापन समारोह में स्थानीय युवाओं और स्कूली बच्चों की प्रतिभा का भी सम्मान किया गया। वॉलीबॉल, कबड्डी और बैडमिंटन से लेकर रस्साकशी, मटका फोड़, म्यूजिकल चेयर और सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को एडीसी द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, जिससे स्थानीय प्रतिभा और सामुदायिक भावना को बढ़ावा मिला।
कार्यक्रम के शानदार क्रियान्वयन की प्रशंसा करते हुए राठौर ने आयोजन समिति और खास तौर पर एसडीएम सुरजीत सिंह को बधाई दी, जो मेला समिति के अध्यक्ष भी हैं। एसडीएम सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और मेले की मुख्य विशेषताओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया, जिसमें क्षेत्रीय कलाकारों और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए समर्पित तीन सांस्कृतिक संध्याएं शामिल थीं।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष क्षण मेले की आधिकारिक स्मारिका का विमोचन था, जिसे वरिष्ठ लेखक और संपादक तिलक राज गौतम ने संकलित किया था, जिसमें मेले की सांस्कृतिक जीवंतता की एक दस्तावेजी झलक पेश की गई थी। समापन समारोह में तहसीलदार डॉ भावना वर्मा, जिला परिषद सदस्य रविकांत, केहर सिंह, बुद्धि सिंह, हेम सिंह, पंचायत प्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
Leave feedback about this