यातायात कानून के उल्लंघन के खिलाफ़ प्रवर्तन को मज़बूत करने के लिए, गुरुग्राम पुलिस ने शहर भर में लगे सीसीटीवी कैमरों में सॉफ़्टवेयर को अपडेट किया है। नए अपडेट से ट्रैफ़िक पुलिस को वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र, बीमा पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ों के बिना चलने वाले वाहनों की पहचान करने में मदद मिलेगी। इस कदम का उद्देश्य यातायात कानूनों का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसना और बेहतर अनुपालन सुनिश्चित करना है।
पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर 250 पेटीएम क्यूआर कोड लगाकर नकद चालान भुगतान भी रोक दिया था।
गुरुग्राम में पूरे शहर में करीब 10,000 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा ट्रैफिक की निगरानी और चालान जारी करने के लिए समर्पित है, जिसमें हेलमेट और सीटबेल्ट न पहनने जैसे उल्लंघनों का पता लगाने के लिए प्रमुख जंक्शनों पर एआई से लैस कैमरे भी शामिल हैं। इन कैमरों की निगरानी गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के माध्यम से ट्रैफिक पुलिस द्वारा की जाती
इससे पहले इन कैमरों की मदद से केवल रेड लाइट जंपिंग, जेब्रा क्रॉसिंग, ट्रिपल राइडिंग, गलत साइड ड्राइविंग, बिना एचएसआरपी नंबर प्लेट, बिना हेलमेट आदि के चालान काटे जाते थे। अब इस नए सॉफ्टवेयर की मदद से उक्त चालान करते समय वाहन के अन्य दस्तावेज जिनकी वैधता समाप्त हो चुकी है जैसे प्रदूषण प्रमाण पत्र (जुर्माना 10,000 रुपये), बीमा (जुर्माना 2,000 रुपये) आदि का भी चालान किया जाएगा।
डीसीपी (क्राइम) वीरेंद्र विज ने कहा, “कैमरों का सॉफ्टवेयर अपडेट कर दिया गया है। अब आपको गाड़ी चलाने से पहले सभी दस्तावेज जांच लेने चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि गुरुग्राम में ट्रैफिक चालान के लिए नकद भुगतान पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। निवासी अब पेटीएम क्यूआर कोड का उपयोग करके अपने ट्रैफिक जुर्माने का भुगतान कर सकते हैं, जिसे पूरे शहर में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। इस पहल से यात्रियों का समय बचने की उम्मीद है और निवासियों को अपने चालान का भुगतान करने का एक और सुविधाजनक तरीका मिलेगा, यहाँ तक कि वे अपने घर बैठे भी इसका भुगतान कर सकेंगे।
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