कोलकाता, 5 दिसंबर । तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनका पत्र मिलने की बात स्वीकार कर ली है, जिसमें पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के पिता सिसिर अधिकारी की संपत्ति में बेतहासा वृद्धि पर केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की गई है।
घोष ने दावा किया कि गृह मंत्री ने उनके पत्र की प्राप्ति की पुष्टि करते हुए उन्हें व्यक्तिगत रूप से एक पावती भेजी है।
गृह मंत्री की पावती को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा करते हुए घोष ने लिखा, “सिसिर अधिकारी की संपत्ति में असामान्य वृद्धि हुई थी। इसलिए मैंने मामले में जांच की मांग करते हुए एक पत्र भेजा था। मुझे इस संबंध में मेरे पत्र की पावती के रूप में अमित शाह से जवाब मिला है। यहां तक कि मुझे पत्र की प्राप्ति के बारे में सीबीआई में मेरे सूत्रों द्वारा भी सूचित किया गया है। मुझे लगता है कि इस मामले की जांच अपरिहार्य है जब तक कि दिल्ली (केंद्र सरकार) इसके लिए बाधा उत्पन्न नहीं करती है। जांच सारदा चिटफंड घोटाले के आलोक में की जानी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो सिसिर अधिकारी को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए।”
सिसिर अधिकारी पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर जिले के कंटेन निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य रह चुके हैं।
हालाँकि, पार्टी नेतृत्व से उनकी दूरी तब से शुरू हो गई जब सुवेंदु अधिकारी 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
आधिकारिक तौर पर, सिसिर अधिकारी अभी भी तृणमूल कांग्रेस सांसद हैं।
घोष के अनुसार, जब सिसिर अधिकारी 2009 में पहली बार सांसद बने, तो उनकी कुल संपत्ति का मूल्य 10 लाख रुपये था, जो 2011 में बढ़कर 15 लाख रुपये हो गया।
घोष ने 8 नवंबर को दावा किया था, “हालांकि, 2012 में उनकी संपत्ति बढ़कर 10 करोड़ रुपये हो गई। सवाल यह है कि एक साल में उनकी कुल संपत्ति का मूल्य 15 लाख रुपये से बढ़कर 10 करोड़ रुपये कैसे हो गया।”