महाकुंभ, 29 जनवरी । मौनी अमावस्या के दिन बुधवार तड़के उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने व्यवस्था में कमी का आरोप लगाते हुए घटना की निंदा की है।
तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने आईएएनएस से बात करते हुए महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख जाहिर करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार पहले कह रही थी कि उन्होंने सारा इंतजाम किया है। आज मौनी अमावस्या है, इस दिन तो वैसे ही ज्यादा भीड़ होती है। उत्तर प्रदेश सरकार को इस आयोजन की बेहतरीन व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मैं इसकी निंदा करता हूं।”
तृणमूल नेता कुणाल घोष ने महाकुंभ हादसे पर उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में शासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल रही। पश्चिम बंगाल में गंगा सागर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जो इंतजाम करती हैं, प्रयागराज में वैसा कुछ नहीं किया गया। उन्होंने बेहतर इन्फ्रांस्टचर नहीं तैयार किया था।”
कुणाल घोष ने कहा, “अगर इसकी तुलना गंगासागर से करें तो हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे पहले वहां जाती हैं, पूरी प्लानिंग पर नजर रखती हैं। जिस तरह से उन्होंने कोलकाता से हमारे कई मंत्रियों को वहां तैनात किया है, जो वहां बैठकर निगरानी करते हैं। वरिष्ठ प्रशासक, पुलिस अधिकारी सब कुछ देखते हैं, यह पूरी प्लानिंग के साथ होता है।”
भाजपा सरकार को घेरते हुए उन्होंने आरोप लगाया, “कुंभ में जो कुछ भी हुआ, उसको रोकने के लिए कोई योजना, कोई मॉनिटरिंग, कोई इंफ्रास्ट्रक्चर और कोई क्राइसिस मैनेजमेंट नहीं थी। यह उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की पूरी तरह से विफलता है, क्योंकि इस कुंभ में केंद्र सरकार मदद करती है। वहीं, गंगासागर में केंद्र सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं की गई।”
उल्लेखनीय है कि प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के कारण संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान भगदड़ होने से कई लोग हताहत हुए। इस हादसे को लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर सवाल उठा रही हैं।