कोलकाता, 9 नवंबर । तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने बुधवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के पिता व अनुभवी लोकसभा सदस्य शिशिर अधिकारी की संपत्ति में वृद्धि की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।
शिशिर अधिकारी पूर्व मेदिनीपुर जिले के कोंटाई से तीन बार तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य हैं।
हालांकि, पार्टी नेतृत्व के साथ उनकी दूरी तब से बढ़ने लगी, जब 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले शुभेंदु अधिकारी तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। शिशिर अधिकारी अभी भी आधिकारिक तौर पर तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य हैं।
घोष के अनुसार, जब शिशिर अधिकारी 2009 में पहली बार सांसद बने, तो उनकी कुल संपत्ति का मूल्य 10 लाख रुपये था, जो 2011 में बढ़कर 16 लाख रुपये हो गया।
घोष ने कहा, 2012 में उनकी संपत्ति बढ़कर 10 करोड़ रुपये हो गई। सवाल यह है कि सिर्फ एक साल में उनकी कुल संपत्ति का मूल्य 16 लाख रुपये से बढ़कर 10 करोड़ रुपये कैसे हो गया ।
घोष ने यह भी बताया कि चिटफंड इकाई सारदा समूह के संस्थापक सुदीप्त सेन ने आरोप लगाया था कि 2011-12 में उन्हें अधिकारी परिवार के सदस्यों द्वारा ब्लैकमेल किया गया था और भारी मात्रा में पैसे देने के लिए मजबूर किया गया था।
घोष ने कहा, “उसी अवधि में शिशिर अधिकारी की संपत्ति में करोड़ों रुपये की भारी वृद्धि देखी गई, इसलिए मैंने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक को पत्र लिखकर इस मामले की सारदा घोटाला मामलों के तहत जांच की मांग की है।”