टोक्यो, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार दोपहर को जापान की अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर टोक्यो पहुंचे। यह उनकी तीन देशों की एशिया यात्रा का दूसरा पड़ाव है।
अपने इस व्यस्त दौरे में ट्रंप सम्राट नारुहितो से मिलेंगे और नई जापानी प्रधानमंत्री सनाए ताकाइची के साथ यूएस-जापान शिखर सम्मेलन की बैठक भी करेंगे।
टोक्यो स्काईट्री, टोक्यो टॉवर और टोक्यो मेट्रोपॉलिटन गवर्नमेंट बिल्डिंग सहित जापान की मशहूर इमारतों ने खास लाइटिंग से ट्रंप का जापान में स्वागत किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति के आने के बाद ताकाइची ने एक्स पोस्ट के जरिए कहा, “कल आपसे मिलने और इस बात पर फलदायक चर्चा करने का इंतजार है कि हम अपने महान गठबंधन को और कैसे मजबूत कर सकते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के सम्मान में खास लाइटिंग अब पूरे टोक्यो में मशहूर जगहों को रोशन कर रही है!”
राष्ट्रपति के तौर पर यह ट्रंप की ये चौथी और जून 2019 के बाद यह पहली जापान यात्रा है।
जापान के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले एक बयान जारी कर कहा था, “राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा जापान-अमेरिका गठबंधन को और मजबूत करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर है, और जापान सरकार राष्ट्रपति ट्रंप की जापान यात्रा का तहे दिल से स्वागत करती है।”
25 अक्टूबर को, ताकाइची आसियान से संबंधित शिखर सम्मेलन की बैठकों में भाग लेने के लिए कुआलालंपुर में थीं। यहीं उन्होंने ट्रंप के साथ टेलीफोन पर बात की और दोनों नेताओं ने पुष्टि की कि वे जापान-अमेरिका गठबंधन को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
ताकाइची ने कहा कि जापान की विदेश और सुरक्षा नीतियों के लिए जापान-अमेरिका गठबंधन को मजबूत करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जापानी विदेश मंत्रालय ने कॉल के बाद कहा, “प्रधानमंत्री ताकाइची ने यह भी कहा कि जापान इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका का एक आवश्यक भागीदार है, और उन्हें उम्मीद है कि वे ‘फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक’ (एफओआईपी) को साकार करने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने मध्य पूर्व में हाल के समझौते को साकार करने में राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व के प्रति भी सम्मान व्यक्त किया।”
ट्रंप ने कहा कि ताकाइची पूर्व जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की “अच्छी दोस्त” थीं। आबे की 2022 में एक चुनावी भाषण के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
ट्रंप ने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, आबे मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे। वह उन्हें बहुत पसंद करते थे। वह भी उन्हें बहुत पसंद करती थीं। तो यह एक अच्छा संकेत है। मैं उनसे मिलने का इंतजार कर रहा हूं।”
जापान की प्रमुख न्यूज एजेंसी क्योदो के अनुसार, जापान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और रणनीतिक क्षेत्रों में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सहयोग बढ़ाने को लेकर ताकाइची काफी उत्सुक हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, जापान और अमेरिका के बीच कई डील साइन होने वाली हैं, जिनमें शिपबिल्डिंग में कोऑपरेशन भी शामिल है। ये डील बुधवार सुबह ट्रंप के साउथ कोरिया जाने से पहले होंगी।
ट्रंप प्रशासन ने चीन के इस इंडस्ट्री पर बढ़ते दबदबे के बीच अमेरिका में शिपबिल्डिंग को फिर से शुरू करने का वादा किया है। हाई-टेक इंडस्ट्रीज के लिए जरूरी मिनरल्स के लिए आपूर्ति चेन को बेहतर बनाने और जापान में अमेरिकी खेती के प्रोडक्ट्स का इंपोर्ट बढ़ाने के लिए मिलकर कोशिशें करना भी एक ट्रेड डील का हिस्सा है, जिस पर दोनों देशों ने ट्रंप के हाई टैरिफ की वजह से महीनों की बातचीत के बाद इस गर्मी में सहमति जताई थी, ।
इसमें यह भी कहा गया है कि, दशकों पुराने गठबंधन की ताकत दिखाने के लिए, ताकाइची टोक्यो के पास पोर्ट सिटी में अमेरिकी नेवल बेस के दौरे के लिए मरीन वन में ट्रंप के साथ शामिल होंगी और न्यूक्लियर पावर वाले एयरक्राफ्ट कैरियर जॉर्ज वाशिंगटन का दौरा करेंगी।

