गौतमबुद्ध नगर के थाना जारचा क्षेत्र में शादी के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम नगला चमरू में रविवार को बारात चढ़त के दौरान लापरवाही से की गई फायरिंग में एक बच्चे को गोली लग गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल भेजवाया। घटना के बाद पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस घटना को लेकर पुलिस ने कहा कि शादी समारोह में जब बारात चढ़ रही थी, उसी दौरान हर्ष फायरिंग की गई, जिसमें एक बच्चे को गोली जा लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई की और दो आरोपियों, अभिषेक और ईशू कसाना, को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों आरोपी गाजियाबाद के थाना टीला मोड क्षेत्र के ग्राम जावली के रहने वाले हैं। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए। अभिषेक के कब्जे से घटना में उपयोग की गई लाइसेंसी पिस्तौल, एक खोखा कारतूस और दो जिंदा कारतूस मिले, जबकि ईशू कसाना के पास से एक अवैध तमंचा और नाल में फंसा .315 बोर का कारतूस बरामद किया गया।
जांच में सामने आया कि शादी में निक्की द्वारा लाई गई लाइसेंसी पिस्तौल का प्रयोग हुआ। हथियार का लाइसेंस निक्की के पिता अमर सिंह के नाम पर है। निक्की ने यह पिस्तौल कार्यक्रम में लाकर अभिषेक को फायरिंग के लिए दी। अभिषेक द्वारा की गई गोलीबारी के दौरान ही बच्चे को गोली लग गई। फिलहाल निक्की की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है।
गिरफ्तार अभियुक्त अभिषेक का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। उसके खिलाफ पहले भी कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हमला, मारपीट, जानलेवा हमला और उपद्रव जैसे मामले शामिल हैं। एक बार फिर यह घटना साबित करती है कि शादी समारोहों में हर्ष फायरिंग खतरनाक ही नहीं, बल्कि जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे गैरकानूनी और लापरवाहीपूर्ण कार्य न सिर्फ दूसरों की जिंदगी खतरे में डालते हैं, बल्कि जेल और कड़ी कानूनी कार्रवाई का कारण भी बनते हैं।

