स्वास्थ्य विभाग की यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल जिलों की संयुक्त टीम ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक गर्भवती महिला (फर्जी ग्राहक) का लिंग निर्धारण परीक्षण करवाने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान कुरुक्षेत्र जिले के जितेंद्र और चंडीगढ़ के सैमुअल जेम्स के रूप में हुई है, जिन्हें यमुनानगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कुरुक्षेत्र के पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि कुमार, कैथल के डॉ. गौरव पुनिया और यमुनानगर जिले के डॉ. विपिन गोंदवाल ने पत्रकारों को बताया कि कैथल जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कुछ लोग इस गतिविधि में संलिप्त हैं।
उन्होंने कुरुक्षेत्र जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मदद से फर्जी ग्राहक का इंतजाम किया और जितेंद्र व सैमुअल से 70,000 रुपये में सौदा तय किया। सौदा तय होने के बाद आरोपी ने शनिवार को कुरुक्षेत्र में युवती से मुलाकात की और उसे सहारनपुर जिले में ले गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका पीछा करना शुरू किया, लेकिन सहारनपुर जिले के सरसावा कस्बे तक पहुंचने के बाद उनका पीछा छूट गया। इसके बाद कैथल और कुरुक्षेत्र जिलों के अधिकारियों ने आरोपियों को पकड़ने के लिए यमुनानगर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मदद ली।
जब आरोपी की कार सहारनपुर से यमुनानगर की ओर लौटी तो टीम को उसकी तलाश कर ली गई। यमुनानगर जिला पुलिस को सूचित किया गया और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने पुलिस की मदद से आरोपी को यमुनानगर जिले की कलानौर पुलिस चौकी के पास से धर दबोचा।
पुलिस ने उनके कब्जे से 57,500 रुपये जब्त कर लिए, क्योंकि आरोपियों ने कथित तौर पर शेष राशि परीक्षण कराने वाले व्यक्तियों को दे दी थी। आरोपियों को यमुनानगर जिला पुलिस को सौंप दिया गया, जिन्होंने उन्हें आज अदालत में पेश किया।
अदालत ने जितेन्द्र को एक दिन की पुलिस रिमांड और सैमुअल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। डॉ. विपिन गोंडवाल की शिकायत पर 4 जनवरी को सदर थाना यमुनानगर में सैमुअल जेम्स, जितेंद्र, सुषमा, सतीश और सीमा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
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