N1Live National दो-चार ‘उगाही’ मंत्री और भ्रष्ट अधिकारी बिहार में सरकार चला रहे हैं, इसलिए अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर : प्रशांत किशोर
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दो-चार ‘उगाही’ मंत्री और भ्रष्ट अधिकारी बिहार में सरकार चला रहे हैं, इसलिए अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर : प्रशांत किशोर

Two-four extortionist ministers and corrupt officials are running the government in Bihar, that is why crime and corruption are at their peak: Prashant Kishore

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बुधवार ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के क्रम में सिवान पहुंचे। यहां उन्होंने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दो-चार ‘उगाही’ मंत्री और भ्रष्ट अधिकारी सरकार चला रहे हैं, इसलिए अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है।

सिवान में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सिताब दियारा से शुरू की गई ‘बिहार बदलाव यात्रा’ का उद्देश्य जेपी के संपूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के अधूरे सपने को पूरा करना है। इसलिए इस यात्रा की शुरुआत जेपी की जन्मभूमि सिताब दियारा से की गई। उन्होंने कहा कि जेपी के आंदोलन के बाद देश में सत्ता परिवर्तन हुआ, लेकिन बिहार की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया।

उन्होंने बताया कि जन सुराज नीतीश कुमार सरकार की वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘बदलाव का हस्ताक्षर’ अभियान चला रही है, जिसमें हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर सरकार द्वारा किए गए तीन वादों पर जनता से सवाल कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सरकार पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, “बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। नीतीश कुमार की मानसिक और शारीरिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे सरकार का नेतृत्व कर सकें। उनकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे कोई निर्णय ले सकें। सरकार को उनके मंत्रिमंडल के दो-चार उगाही करने वाले मंत्री और उनके कुछ भ्रष्ट अधिकारी चला रहे हैं, जिनकी जनता के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है। जिसके कारण राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है।”

प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय बिहार दौरे पर कहा कि इस साल बिहार में चुनाव है, इसलिए वे आते रहेंगे। उन्होंने पीएम मोदी से सवाल करते हुए कहा कि गुजरात को गिफ्ट सिटी, सोलर प्लांट, बुलेट ट्रेन और बिहार को श्रमिक ट्रेन दी जाती है, ऐसा भेदभाव क्यों? उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में फैक्ट्रियां नहीं लगेंगी, तब तक हमारे युवा इन ट्रेनों में बैठकर दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए जाने को मजबूर हैं।

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