गुरुग्राम पुलिस ने सरकारी मुआवजा दिलाने में मदद के बदले लाभार्थियों से कमीशन मांगने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान राजस्थान के खैरथल जिले के हिंगवाहेरा गांव निवासी विकास (32) और गुरुग्राम के हेली मंडी निवासी महेंद्र कुमार (48) के रूप में हुई है।
अधिकारियों ने उनके पास से तीन मोबाइल फोन और एक मारुति ब्रेज़ा कार भी बरामद की।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया, “दोनों आरोपी एक आरओ कंपनी के लिए काम कर रहे थे, जबकि महेंद्र कुमार पटौदी में पैथोलॉजी लैब भी चलाता है। अपने सहयोगियों के साथ मिलकर वे सीएससी कार्यालयों से उन व्यक्तियों की सूची प्राप्त करते थे, जिनका सरकारी मुआवज़ा लंबित था। इसके बाद वे लाभार्थियों से संपर्क करते थे और उनके भुगतान की प्रक्रिया के बदले कमीशन की मांग करते थे।”
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जनवरी 2024 में उनके बड़े भाई का निधन हो गया और उनकी पत्नी ने केंद्रीय योजना के तहत 5 लाख रुपये के मुआवजे के लिए आवेदन किया था। जबकि हरियाणा सरकार ने मुआवजे को मंजूरी दे दी थी, लेकिन विधवा और उसकी बेटियों के बीच संयुक्त बैंक खाता न होने के कारण धनराशि में देरी हुई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, “14 जून को, आरोपी ने मेरे भाई की पत्नी को फोन किया और मुआवजे की राशि पर 30 प्रतिशत कमीशन के बदले प्रक्रिया में तेजी लाने की पेशकश की। उसने इनकार कर दिया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।”