ओडिशा के संबलपुर जिले से दो दिल दहला देने वाली हत्याओं की खबरें सामने आई हैं। इन दो अलग-अलग मामलों में परिवार के ही सदस्यों द्वारा हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात सामने आई है।
पहली घटना रेडाखोल थाना क्षेत्र के दैंचा गांव की है, जहां एक महिला ने अपने बेटे की हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला ने अपने छोटे बेटे और तीन बेटियों की मदद से अपने बड़े बेटे, बदाल प्रधान की गला घोंटकर हत्या कर दी। यह हत्या घरेलू विवादों के चलते की गई बताई जा रही है। हत्या के बाद परिवार ने बदाल के शव को घर के पास ही चार फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया और ऊपर से मिट्टी डाल दी। आसपास के लोगों को जब इलाके में दुर्गंध आने लगी, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
रेडाखोल पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। साथ ही मां, बेटा और तीनों बेटियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।
दूसरी घटना बामरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोविंदपुर गांव की है। यहां एक महिला मीना साहू की कथित रूप से उसके छोटे भाई गोलक साहू और बड़ी बहन पुष्पांजलि साहू ने मिलकर हत्या कर दी।
मीना अपने पिता के निधन के बाद होने वाले एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने घर लौटी थी। इसी दौरान संपत्ति के बंटवारे को लेकर भाई-बहन के बीच तीखा विवाद हो गया। जब मीना ने अपनी हिस्सेदारी की मांग की, तो उस पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
संबलपुर के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार भामू ने दोनों मामलों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि गोविंदपुर में मीना साहू की हत्या पारिवारिक संपत्ति विवाद का परिणाम प्रतीत हो रही है। छोटे भाई और बड़ी बहन ने साजिश रचकर इस वारदात को अंजाम दिया है।
रेडाखोल की घटना को लेकर उन्होंने बताया कि बदाल प्रधान शराब का आदी था और अक्सर अपनी मां और बहनों से मारपीट करता था। 15 मई को उसकी मां, छोटे भाई और तीन बहनों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को घर के पास ही दफना दिया।