N1Live National विरासत को होटल के रूप में बदलने से उदयपुर को विश्व पटल पर पहचान मिली : लक्ष्यराज सिंह
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विरासत को होटल के रूप में बदलने से उदयपुर को विश्व पटल पर पहचान मिली : लक्ष्यराज सिंह

Udaipur got recognition on the world stage by converting heritage into a hotel: Lakshyaraj Singh

जयपुर, 9 दिसंबर। राजस्थान में सोमवार से ‘राइजिंग राजस्थान समिट’ का आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जयपुर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट और इसमें राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर उदयपुर के 1500 साल पुराने मेवाड़ घराने के वंशज लक्ष्यराज सिंह ने सोमवार को आईएएनएस से बात की।

लक्ष्यराज सिंह ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। मैं इस आयोजन को देखने वाला तीसरी पीढ़ी हूं। इसकी शुरुआत आलोचनाओं के साथ हुई थी, लोग कहते थे कि अब यह लोग झूठे बर्तन धोएंगे। लेकिन आज हर गली के अंदर लोगों में जुझारूपन, कर्मठता और एक उत्साह देखने को मिल रहा है। खासतौर पर उद्योग और हॉस्पिटैलिटी सेग्मेंट के अंदर लोगों की रुचि बढ़ी है।”

उन्होंने आगे कहा, “दादा जी की जो सोच थी कि अपनी विरासतों को होटलों के रूप में बदला जाए, इससे उदयपुर को विश्व के पटल पर पहचान मिली। हमें गर्व है कि राजस्थान का यह शहर एशिया में प्रथम स्थान पर आता है। इसने एक पहचान बनाई है। इसने अपनी संस्कृति को देश और दुनिया में फैलाया है, जिसको देखने के लिए सैलानी और पर्यटक हमारे प्रदेश में आते हैं।

लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के उद्योगपति को लेकर दिए बयान को लक्ष्यराज सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

उन्होंने कहा, “जितने भी उद्योगपति हैं, वह रोजगार देने का काम करते हैं। रोजगार देना सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है। प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर दोनों मिलकर लोगों को रोजगार देते हैं। ऐसे में जो लोग आलोचना करते हैं, उनको मैं यही कहना चाहता हूं कि आलोचकों के कभी भी स्मारक नहीं बनते। याद उनको किया जाता है, जो कोई काम करते हैं और धरातल से जुड़े लोगों का जीवन बेहतर बनाते हैं। ऐसे में हम इस सोच को एक सकारात्मक ऊर्जा के साथ बदलने के लिए लगाएं, न कि लोगों के ऊपर उंगलियां उठाने या आलोचना करने के लिए।”

बता दें कि राजस्थान में सोमवार को राइजिंग राजस्थान समिट आयोजित किया हो रहा है। इसको लेकर राजधानी जयपुर समेत पूरे राज्य में प्रशासन और शासन राजस्थान में ‘कम इन राजस्थान’ और ‘मेक इन राजस्थान’ के नारे पर काम कर रहे हैं।

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