जयपुर, 2 दिसंबर । महराणा प्रताप सेना के प्रदेश अध्यक्ष उदय लाल बंजारा ने अजमेर दरगाह को लेकर आईएएनएस से विस्तृत बातचीत की।
इस दौरान उदय लाल बंजारा ने कहा, “महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार साहब ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण दावा किया है, जो अजमेर दरगाह से संबंधित है। उन्होंने कहा कि अजमेर में स्थित दरगाह केवल एक दरगाह नहीं, बल्कि एक पवित्र मंदिर है। इस संबंध में उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है और दावा किया है कि इस मुद्दे पर पूरी जांच की जानी चाहिए। आज राष्ट्राध्यक्ष अजमेर आने वाली हैं और इसके बाद इस मामले को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे।”
उन्होंने कहा, “पूर्वजों के अनुसार, पहले जब मुग़ल साम्राज्य का शासन था, तो कुछ ऐसे मामले हुए थे, जिनमें मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण किया गया था, और इसी प्रकार की एक स्थिति अजमेर दरगाह में भी उत्पन्न हुई थी। उनका यह मानना है कि इस पर एक निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।”
उन्होंने कहा, “ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस मामले को लेकर पहले राजस्थान की कांग्रेस सरकार के समय सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा था, और अब उन्होंने राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इस मुद्दे की गहराई से जांच की जाए। राजवर्धन सिंह परमार साहब का कहना है कि वे सरकार और न्यायालय के निर्णय का सम्मान करेंगे, जो भी आदेश आएगा, वे उसे मानेंगे।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके संगठन का किसी जाति या धर्म से कोई संबंध नहीं है। उनका उद्देश्य केवल सच्चाई का पता लगाना और सरकार और न्यायालय से निष्पक्ष निर्णय प्राप्त करना है। हमारा मानना है कि उसके अंदर एक शिव मंदिर था, जैसा कि हमारे पूर्वजों ने हमें सुनाया है और इस आधार पर हम चाहते हैं कि इस पुरानी परंपरा और इतिहास की गहराई से जांच की जाए।”
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