महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता उदय सामंत गुरुवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से मिले। तमाम तरह की राजनीतिक अटकलों के बीच सामंत ने स्पष्ट किया कि यह गैर-राजनीतिक मुलाकात थी और किसी गठबंधन या राजनीतिक विषय पर चर्चा नहीं हुई।
सामंत ने बताया कि पिछले महीने पुणे में आयोजित विश्व मराठी सम्मेलन में राज ठाकरे ने भाग लिया था। उसी सम्मेलन में उनकी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से यह मुलाकात हुई। उन्होंने कहा, “मैं यहां सिर्फ उनका आभार व्यक्त करने आया था। गठबंधन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई। यदि ऐसी कोई चर्चा करनी होगी तो वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे के बीच होगी।”
हालांकि, राजनीतिक गलियारों में इस मुलाकात को आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मनसे की भूमिका और संभावित गठजोड़ को लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन उदय सामंत ने इसे पूरी तरह औपचारिक भेंट बताते हुए इन अटकलों को खारिज कर दिया।
राज ठाकरे की हालिया गतिविधियों पर सामंत ने कहा कि अगर वह अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा रहे हैं, तो यह लोकतंत्र का हिस्सा है और इस पर अधिक टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने इस मुलाकात को सिर्फ विश्व मराठी सम्मेलन से जुड़ी बातचीत तक सीमित बताया।
इसके बाद सामंत ने रविवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान के चैम्पियंस ट्रॉफी में मैच को लेकर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि इस मैच में भारत की जीत की कामना करता हूं और अगर समय मिला तो इसे जरूर देखूंगा।
उन्होंने महाराष्ट्र के नासिक में दरगाह को लेकर हिंदू समाज के विरोध पर कहा कि किसी भी विषय पर बात करने से पहले सभी जाति-पंथों को विश्वास में लेना जरूरी है और सूचनाओं के आधार पर ही टिप्पणी करनी चाहिए।