मुंबई, 22 महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को शिवसेना ने हिंदुत्व को त्याग देने की बात से पूरी तरह इनकार करते हुए कहा कि वह अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं और पार्टी प्रमुख के रूप में भी, बशर्ते कि विद्रोही उनके सामने आकर उनसे आमने-सामने बात करें। वर्तमान में असम में मौजूद मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोहियों के समूह को सीधी चुनौती देते हुए ठाकरे ने कहा, “मेरे अपने (शिव सैनिक) मुझे सीएम के रूप में नहीं चाहते हैं।”
ठाकरे ने घोषणा की, “लेकिन ऐसा कहने के लिए सूरत या किसी अन्य स्थान पर क्यों जाएं। शिंदे बस आकर मुझे यहीं बता सकते थे। मैं तुरंत छोड़ देता।”
उन्होंने कहा कि चूंकि सोमवार की देर रात राजनीतिक संकट खड़ा हो गया, इसलिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस पर्यवेक्षक कमलनाथ दोनों ने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि वे उनका पूरा समर्थन करेंगे।
ठाकरे ने कहा, “आज, मेरे अपने शिव सैनिक नहीं चाहते कि मैं मुख्यमंत्री के रूप में बना रहूं। मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं, ‘वर्षा’ छोड़ कर अपने ‘मातोश्री’ चला जाऊंगा। मैं सेना अध्यक्ष के रूप में भी पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। मुझे बहुत खुशी होगी अगर कोई और शिवसैनिक सीएम बन जाता है।”